शिवाजी पार्क अपनी फिजाओं से फिर होने लगा गुलजार

AYUSH ANTIMA
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निवाई ): करीब 30 वर्ष पूर्व नगर पालिका निवाई द्वारा शिवाजी पार्क का निर्माण करवाया गया था। इस पार्क का निर्माण मैसूर के वृंदावन गार्डन की तर्ज पर करवाया गया था। शिवाजी पार्क की गिनती जिले के मुख्य पार्कों में होती थी, लोग दूर-दूर से पार्क को देखने के लिए आते थे, यह पार्क निवाई की पहचान बन गया था। कई वर्षों से शिवाजी पार्क अपना मुख्य स्वरूप खो चुका था। वर्तमान पालिका अध्यक्ष दिलीप ईसरानी ने सभी पार्कों की स्थिति में बहुत सुधार किया है, इसी दौरान उन्होंने शिवाजी पार्क को भी अपने पुराने स्वरूप में लाने का काम किया है, फिर से पार्क में लोगों एवं बच्चों की चहल-पहल दिखाई देने लगी है, सुबह शुद्ध हवा पाने के लिए सैकड़ो की संख्या में लोग शिवाजी पार्क में मॉर्निंग वॉक करने आते हैं। दिनभर बच्चे झूले, चकरी एवं रपसपट्टी का आनंद लेते रहते हैं, रात्रि के समय रंगीन फव्वारें देखने के लिए भी लोगों के आने का सिलसिला पहले की तरह वापस शुरू होने लग गया है। पालिका अध्यक्ष दिलीप ईसरानी ने बताया कि शिवाजी पार्क के स्वरूप को सुधारने के लिए चार दिवारी का निर्माण भी करवाया गया है। उन्होंने बताया कि रंगीन फव्वारे के लिए फाउंटेन लगाया गया है, इसके साथ ही ओपन जिम एवं बच्चों के लिए झूले, चकरी, रपस पट्टी आदि लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही शिवाजी पार्क में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा लगाई जाएगी, पार्क की देखभाल एवं रखरखाव के लिए पालिका के कर्मचारियों को लगाया गया है, जिससे कि पार्क में किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हो। शिवाजी पार्क धीरे-धीरे अपनी पहले वाली हरियाली की ओर बढ़ रहा है, रेत के टीले पर लगाई गई दोब सायंकाल के समय हर किसी का मन मोह लेती है, लोग दोब में बैठकर सुकून महसूस करते हैं।

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