कोटपूतली : यहाँ के राजकीय एलबीएस पी.जी.महाविद्यालय में मंगलवार को राज्य सरकार के सडक़ सुरक्षा विभाग एवं डब्ल्यूएचओ तथा आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा राजस्थान के संयुक्त तत्वाधान में महाविद्यालय के शिक्षकों तथा विद्यार्थियों के लिये दो दिवसीय सत्यम कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। जिसमें स्थानीय दोनों महाविद्यालयों तथा राजकीय महाविद्यालय विराटनगर के कुल 50 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महाविद्यालय के शिक्षकों तथा विद्यार्थियों को सडक़ दुर्घटना तथा जीवन में अन्य दुर्घटनाओं का प्राथमिक उपचार तथा सुरक्षा कैसे करें। दुर्घटनाओं के कारण और निवारण के उपाय बतायें। अध्यक्षता करते हुये डॉ.आर के सिंह ने सर्वप्रथम सत्यम दल के सभी सदस्यों तथा कार्यक्रम में उपस्थित सभी का स्वागत किया। प्राचार्य डॉ.सिंह ने कहा कि आज भौतिकवादी युग में हमारा जीवन मशीन की तरह हो रहा है। हमारा खान-पान और जीवन शैली बदल रही है। इसके चलते असामयिक बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। भारत में बीपी और शुगर के रोगी सबसे ज्यादा हैं। हमें इस भागदौड़ भरी जिंदगी में स्वयं और दूसरों के कैसे बचायें और स्वस्थ रखें। इसके लिये ऐसे कार्यक्रम से सीखा जा सकता है। सत्यम कार्यक्रम की मैनेजर व मुख्य वक्ता ट्रैनर रूपा रावत सिंघवी ने कार्यक्रम का परिचय देते हुये इसके महत्व पर प्रकाश डाला, साथ ही आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के उपाय बतायें। उन्होंने कार्डिक अरेस्ट, हार्ट अटैक, मिर्गी के दौरे, जलना, डूबना, ब्रैन स्टोक, रेबीज, सर्पदंश, हिट वैव, सडक़ दुर्घटना आदि अनेक आपात स्थितियों से कैसे निपटा जायें के बारे में विस्तार से बताया तथा सीपीआर कैसे दी जाये के बारे में प्रैक्टिकल करके बताया। ट्रैनर रवि जोशी ने भी बीच बीच में डेमो करके बताया। मंगलवार को जिन शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है, वे बुधवार, 05 मार्च को 300 विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देंगे। डॉ.शोभा जौहरी ने नवाचार एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ की गतिविधियों का परिचय देते हुये सत्यम कार्यक्रम का परिचय दिया। संचालन डॉ.प्रभात शर्मा द्वारा किया गया। इस दौरान महाविद्यालय के संकाय सदस्य, स्वयं सेवक, एनसीसी व स्काउट गाइड के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
दो दिवसीय सत्यम कार्यक्रम का उद्घाटन: दुर्घटनाओं के कारण और निवारण के बतायें उपाय
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March 04, 2025
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