जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): स्वामी केशवानंद प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार अभियांत्रिकी विभाग की 8 छात्राओं ने CSIR-CEERI में उन्नत औद्योगिक इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स पर एक महीने का कौशल विकास कार्यक्रम पूरा किया। यह कार्यक्रम CSIR एकीकृत कौशल पहल-चरण III के अंतर्गत आयोजित किया गया था और RIICO, राजस्थान द्वारा प्रायोजित था। प्रतिभागियों को एम्बेडेड सिस्टम, सेंसर इंटीग्रेशन, PCB डिज़ाइन और फैब्रिकेशन, असेंबली और टेस्टिंग, सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट, साथ ही रोबोटिक्स-आधारित असाइनमेंट और ऑटोमेशन अभ्यासों में व्यापक व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में विशेषज्ञ व्याख्यान, लाइव प्रदर्शन और इंटरैक्टिव लैब सत्र भी शामिल थे, जो वास्तविक दुनिया के औद्योगिक अनुप्रयोगों की उनकी समझ को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए थे। समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में विज्ञान भारती राजस्थान के सचिव डॉ.मेघेंद्र शर्मा उपस्थित थे। उन्होंने स्किल इंडिया और विकसित भारत @2047 जैसे राष्ट्रीय मिशनों के साथ संरेखित उन्नत कौशल विकास पहलों के माध्यम से युवा महिलाओं को सशक्त बनाने में सीएसआईआर-सीरी के प्रयासों की सराहना की। इस कार्यक्रम का समन्वय सीएसआईआर सीरी के प्रधान वैज्ञानिक डॉ.विजय चटर्जी ने किया। जयपाल मील, डॉ.रमेश कुमार पचार, डॉ.आर.के. जैन और डॉ.प्रवीण कुमार जैन ने कार्यक्रम के सफल समापन पर छात्राओं को बधाई दी। एसकेआईटी की डॉ.मोनिका माथुर ने इस कार्यक्रम का समन्वय किया।
कार्यक्रम का समापन प्रमाण पत्र वितरण और प्रतिभागियों की उत्साहजनक प्रतिक्रिया के साथ हुआ, जिन्होंने प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त अत्याधुनिक सुविधाओं और मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया। इस पहल ने भारत के बढ़ते इलेक्ट्रॉनिक्स और IoT पारिस्थितिकी तंत्र के लिए कुशल मानव संसाधनों के पोषण के लिए सीएसआईआर-सीरी की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।