जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): जोरावर सिंह गेट स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के संहिता एवं मौलिक सिद्धांत विभाग द्वारा "विश्व एलर्जी दिवस" पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिये एलर्जी दिवस की थीम ऐनाफाइलेक्सिस होलिस्टिक एप्रोच पर "अंडरस्टैंडिंग एलर्जी एण्ड एनाफाइलेक्सिस विद हॉलिस्टिक एप्रोच" विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ.मधु माथुर, विभागाध्यक्ष, निओनेटोलोजी एवं बालरोग विशेषज्ञ, एमजीएमसी जयपुर ने एलर्जी के विविध आयाम के निदान एवं चिकित्सा पर जानकारी दी। डॉ.माथुर ने कहा कि इस वर्ष के एलर्जी दिवस की थीम "ऐनाफाइलेक्सिस" है, जो कि एलर्जी का शीघ्र एवं अति तीव्र परिणाम दिखाने वाला स्वरूप है, जिसमें रुग्णों को त्वरित आत्ययिक चिकित्सा की आवश्यकता पड सकती है। हमें जागरूक रहना है और शरीर के अन्तर्गत सफाई के साथ ही साथ पर्यावरण की भी साफ सफाई अति आवश्यक है। एलर्जी सूक्ष्म कारको से ही होती है ओर समग्र चिकित्सा विधि द्वारा इसकी बेहतर चिकित्सा की जा सकती है। संहिता एवं मौलिक सिद्धांत विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ.निशा गुप्ता ने एलर्जी के कारक तत्वों पर एवं उसके आयुर्वेद निदान पर जानकारी देते हुए संहिता एवं मौलिक सिद्धांत विभाग में पिछले दशक में एलर्जी (अनुर्जता) पर हुए दस से अधिक शोध कार्यों का विवरण दिया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रो.आरके जोशी ने एलर्जी एवं विभिन्न रोगों में लक्षण पर समेकित अध्ययन पर उद्बोधन दिया। कार्यशाला में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के चिकित्सकों, शिक्षकों एवं यूजी, पीजी, पीएचडी विद्यार्थियों ने भाग लिया।
अंडरस्टैंडिंग एलर्जी एण्ड एनाफाइलेक्सिस विद हॉलिस्टिक एप्रोच" विषय पर कार्यशाला का आयोजन
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July 10, 2025
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