पिलानी (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): बिरला पब्लिक स्कूल में बिरला एजुकेशन ट्रस्ट के तत्वावधान में चार दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम का शुभारंभ पधारे हुए समस्त अभ्यगतों के द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। इसके पूर्व बिरला एजुकेशन ट्रस्ट के निदेशक मेजर जनरल (रिटायर्ड) एसएस नायर ने पुष्प गुच्छ भेंटकर मुख्य अभ्यागत वक्ता प्रोफेसर सुधीर कुमार बरई, निदेशक बिट्स पिलानी का स्वागत किया, तत्पश्चात निदेशक ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। अचला वर्मा, प्राचार्या बिरला बालिका विद्यापीठ ने मुख्य अभ्यागत वक्ता प्रोफेसर सुधीर कुमार बरई निदेशक BITS का परिचय दिया। प्राचार्य वर्मा ने उच्च शिक्षा में छात्रों के कौशल आधारित शिक्षा के सन्दर्भ की तैयारी में विद्यालयों के योगदान पर विषय पर चर्चा की। अपने चर्चा के दौरान मुख्य वक्ता ने बिट्स पिलानी तथा बिट्स के अन्य केंद्रों यथा बिट्स दुबई, बिट्स गोवा, बिट्स हैदराबाद और बिट्स मुंबई के बारे में संक्षिप्त रूप से बताते हुए उच्च शिक्षा में कौशल आधारित उच्च शिक्षा के निर्माण के चार प्रमुख स्तंभों यथा शिक्षा, व्यावसायिक उपलब्धता, एंटरप्रेन्योरशिप, एवम् रोज़गार बारे मे विस्तार से चर्चा करते हुए इस प्रयोजन में विद्यालयों के महती योगदान के संदर्भ में कुछ सुझाव देते हुए चर्चा की।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में बीके अदिति सिंघल ने शिक्षा के क्षेत्र में आध्यात्मिकता का महत्व विषय पर चर्चा करते हुए यह स्पष्ट किया कि आजकल विद्यालय और अभिभावक दोनों केवल अंकों की बढ़ोतरी की बात करते हैं किंतु शिक्षा परीक्षा में प्राप्त अंक नहीं है, अपितु शिक्षा है जीवन के मूल्य और स्वयं को समझने की प्रक्रिया। प्रथम दिन के सभी कार्यक्रम विजय सभागार बिरला पब्लिक स्कूल पिलानी में संपन्न हुए, अन्य आगामी तीन दिनों में बिरला शिक्षक न्यास के सभी विद्यालयों के विभिन्न केदो पर उत्कृष्टता केंद्र, सीबीएसई द्वारा निर्धारित प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सभी विद्यालयों के शिक्षक विभिन्न समूहों में भाग लेंगे। प्रथम दिवस के कार्यक्रम में उपनिदेशक वित्त डॉ.घनश्याम सिंह गौड़, धीरेंद्र सिंह, प्राचार्या बिरला स्कूल, प्राचार्या काजल मारवाह, बिरला पब्लिक स्कूल, पवन वशिष्ठ प्राचार्य बिरला शिशु विहार, शोभा वर्मा, प्रशासक बाल निकेतन स्कूल, एसके बराल, महेश चंद्र पांडे, जीएस गिल, विजय तोला, कपिल शर्मा, डॉ.मनोज जांगिड़, चंद्र शेखर एवं सभी विद्यालयों के सभी शिक्षकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन वर्षा रत्ता ने किया।