झुंझुनूं (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): ज्यों ही किसी अधिकारी का सेवानिवृत्त का समय नजदीक आता है तो अपने कार्य के प्रति उदासीनता बरतने लगता है। इसके विपरीत झुंझुनूं जिला कलेक्टर रामवतार मीणा अपनी कार्यशैली से महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कर सुर्खियों में है। रामवतार मीणा ने 7 सितम्बर 2024 को झुन्झुनू के कलेक्टर का पदभार ग्रहण किया था तब से आज तक अनवरत 265 दिनों तक बिना छुट्टी लिये अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। कलेक्टर के पद पर रहते हुए राज्य सरकार ने जो जनसेवा का दायित्व उन्हें सौंपा है, उसे बखूबी निभा रहे हैं। सुशासन का लाभ जिले के अंतिम छोर के व्यक्ति को मिले, इसके लिए दिन रात तत्पर रहते हैं। उनके स्वर्णिम कार्यकाल में राज्य सरकार की बीस सूत्री कार्यक्रम में उनके सशक्त मार्ग दर्शन मे जिले ने 30 में से 28 अंक अर्जित किये है, जो राजस्थान में किसी भी जिले के लिए महान उपलब्धि है। बीसूका के विभागों में से 10 में से 9 में झुंझुनूं को A ग्रेड मिला है। योजना आयोग और मुख्य आयोजन अधिकारी की रिपोर्ट में इस उपलब्धि को कलेक्टर मीणा के सतत मार्गदर्शन का प्रतिफल बताया है। भजन लाल शर्मा सरकार की बड़ी योजनाओं में से एक मां योजना के तहत आयुष्मान कार्ड ई-केवाईसी में दो दिन पहले ही प्रदेश भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। झुन्झुनू की भूमि वीर प्रसूता भूमि के लिए विख्यात रही है। देश भर में इस जिले ने अनगिनत जांबाज दिये है, जिन्होंने अपने प्राणों की परवाह न करते हुए मां भारती की रक्षा की है। देशभक्ति और सैनिकों के प्रति संवेदनशीलता का प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर मीणा ने महज अपने कार्यकाल के आठ महीनों में ही 11 शहीदों एवं सैनिक आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दिलवाई है। ऐसे कर्मठ व कर्मशील जिला कलेक्टर के लिए कलम चलाना सूर्य को दीपक दिखाने समान है लेकिन उनके स्वर्णिम कार्यकाल को झुन्झुनू जिले का आवाम सदैव याद रखेगा। आयुष अंतिमा (हिन्दी समाचार पत्र) परिवार उनके उत्तम स्वास्थ्य व दीर्घायु की भगवान से मंगलकामनाएं करता है।
3/related/default