अलवर (मनीष अरोड़ा): कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादियों के द्वारा नृशंस नरसंहार के विरोध का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आमजन के साथ-साथ मरीज को जीवन देने वाली डॉक्टर्स एसोसिएशन भी इस हत्याकांड के विरोध में सड़कों पर उतर आई। ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन ने भी इस नृशंस हत्याकांड का जमकर विरोध किया है। कैंडल मार्च का नेतृत्व कर रहे IMA के अध्यक्ष डॉ.विजयपाल यादव ने अपने संबोधन में कहा कि आतंकवादी हमले तो पहले भी हुए लेकिन इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि जब पर्यटकों पर हमला किया गया हो। वही आईएमए के सचिव डॉ.केके मीना का कहना था कि पर्यटकों से धर्म पूछकर उनको जान से मारना निश्चय ही एक जघन्य अपराध है और आईएमए (IMA) अलवर इसकी पुरजोर निंदा करता है। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में चिकित्सा से जुड़े सभी वक्ताओं ने ऐसे जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की सरकार से मांग की, जिससे कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को दोहराने की कोई हिम्मत ना करें। आईएमए अलवर द्वारा श्रीनगर के पहलगाम में हुई वीभत्स आतंकी घटना, जिसमे निर्दोष नागरिकों की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई के विरोध मे कैंडल मार्च निकाला गया। जिसमें आईएमए अलवर के अध्यक्ष डॉ.विजयपाल यादव, सचिव डॉ.केके मीणा, सलाहकार डॉ.केके शर्मा, डॉ.योगेश उपाध्याय व डॉ.एससी मित्तल सहित नर्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष सियाराम मीणा व बृजेश मेहरा भी मौजूद रहे। सभी डॉक्टर और नर्सिंगकर्मी पहले अलवर के नंगली चौराहे पर एकत्रित हुए और वहां समूह बनाकर शहीद स्मारक पर पहुंचकर मृत्यु को अपने श्रद्धांजलि अर्पित की। घोटाला मार्च में अलवर के कई डॉक्टर और अन्य चिकित्सा कर्मियों ने बड़ी तादाद में पहुंचकर शिरकत की।
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