कोटपूतली (रमेश बंसल मुन्ना): समीपवर्ती ग्राम शुक्लावास के ग्रामीणों ने सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम शुक्लावास के नेतृत्व में शुक्रवार को एसडीएम बृजेश कुमार चौधरी को ज्ञापन सौंपकर फर्जी तरीके से किये गये भूमि रूपान्तरण को निरन्त करने की मांग की है। सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम शुक्लावास ने बताया कि शुक्लावास की नदी में पॉवर हाऊस के सामने तन पवाना (अहीर) के खातेदार रामजीलाल, रामकरण, हनुमान पुत्रान श्योलाल अहीर निवासी ढ़ाणी भोमसिंह वाली महरमपुर राजपूत ने एसडीएम, तहसीलदार, हल्का पटवारी से सांठगांठ कर फर्जी तरीके से कृषि भूमि को औधौगिक में रूपान्तरित करवा लिया। ग्रामीणों को एसडीएम ने कहा कि पूर्व में जिसने भी रूपान्तरण किया है उसकी जाँच करवायेगें एवं नोटिस जारी कर जबाव मांगा जायेगा। जिस पर सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम शुक्लावास ने कहा कि पूर्व में एसडीएम कार्यालय कोटपूतली व पावटा द्वारा गलत तरीके से रूपान्तरण किया गया है। पवाना अहीर के खसरा नंबर 226/2, 227, 225/1, 238 व 225, 227/2, 226, 238/2, 226/1, 227/1, 225/2, 238/1 के क्रमश: रामजीलाल, रामकरण, हनुमान पुत्रान श्योलाल अहीर खातेदार है। कृषि भूमि का जब भू-रुपांतरण कराया गया तो नियमानुसार पहुंच का रास्ता रिकार्ड में दर्ज होना जरूरी है। जिसमें रास्ता गैर मुमकिन चारागाह भूमि से रिकार्डेड होना बताया गया है जो गलत बताया गया है। ग्रामीणों की शिकायत पर मामला उठाया गया तो तहसीलदार ने जांच में पाया कि उक्त जमीन में पहुंच का रास्ता ही नहीं है। राधेश्याम शुक्लावास ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में औधोगिक में रूपान्तरण के लिये ग्राम पंचायत के जो एनओसी दस्तावेज में लगी हुई है वो भी फर्जी है। इतना सब होने के बावजूद खनन माफिया उक्त जमीन में बैखोफ अवैध क्रेशर चलाने की फिराक में है। मन्दिर भूमि से रास्ता को अवैध मानते हुये बेदखली के आदेश को भी धता बताया जा रहा है। यदि शीघ्र रूपान्तरण निरस्त नहीं किया गया एवं मन्दिर भूमि से रास्ता बेदखल के आदेश की पालना नहीं हुई तो ग्रामीणों द्वारा तहसील कार्यालय पर धरना दिया जायेगा। इस दौरान ग्यारसी लाल आर्य, दाताराम यादव, कृष्ण रावत, सुरेश यादव, ख्याली राम यादव, विक्रम यादव, दलीप पहलवान समेत अन्य मौजूद रहे।
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