नई दिल्ली : उत्तराखण्ड में स्थित इन्टीग्रेटेड ग्लोबल विश्वविधालय का दीक्षान्त समारोह 1 मार्च को नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में एडवोकेट कुलदीप प्रसाद शर्मा राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर, ईस्ट-वेस्ट लॉ फर्म काठमाण्डौ नेपाल को विश्व बन्धुत्व एकामहे के लिए समरसता, सार्क राष्ट्र सदस्यो का सांस्कृतिक समन्वय, भारत-नेपाल की वैदिक कालीन संस्कृति का पुर्नउत्थान कार्य योजना को 192 राष्ट्रों में मूर्त रूप अभियान पर मानद डाक्टरेट उपाधि से अलंकरण किया गया। डॉ.तपन कृष्ण का काकती चैयरमेन इन्टीग्रेटेड ग्लोबल विश्वविधालय उत्तराखण्ड ने बताया कि डॉ.कुलदीप प्रसाद शर्मा एडवोकेट इस्ट-वेस्ट लॉ फर्म का चयन कर्मस्थली से विकास तक सेवा कार्यो का अवलोकन कर अनवरत परिश्रम पर चयन किया गया। डॉ.कुलदीप प्रसाद शर्मा का प्रस्ताव डॉ.मदन लाल, कुलाधिपति केपिटल विश्वविधालय झारखण्ड ने किया। डाक्टरेट उपाधि समिति का प्रस्ताव पत्र स्वीकार कर चैयरमेन इन्टीग्रेट ग्लोबल विश्वविधालय को मानद डॉक्टरेट उपाधि का मनोनयन करने की अनुशंसा पर निर्णय लिया गया। डॉ.कुलदीप प्रसाद शर्मा मुख्य सलाहकार अन्तर्राष्ट्रीय समरसता मंच काठमाण्डौ की 7300 दिवसीय कार्य योजना को मुर्त रूप दे रहे है। अयोध्या को संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय एंव भारत को सुरक्षा परिषद् में विटो पावर के साथ स्थाई सदस्यता दिलाने का अभियान में 94 राष्ट्रो का नैतिक समर्थन प्राप्त किया है। समारोह के मुख्य अत्तिथी प्रो.डॉ.राम बहादुर (डीन) लखनऊ सेन्ट्रल संस्कृत विश्वविधालय के कर कमलो द्वारा मानद डाक्टरेट उपाधि का प्रमाण-पत्र प्रदान किया। स्वागत समिति सदस्यो द्वारा समारोह की ड्रेस भेंटकर सम्मान किया। इस अवसर पर डॉ.कुलदीप प्रसाद शर्मा एडवोकेट ने कहा कि यह उपाधि भारत की शक्ति, भारत की प्रतिष्ठा, भारत की पंचशील सिद्धान्त को समर्पित है।
डॉ.कुलदीप प्रसाद शर्मा एडवोकेट को मानद डॉक्टरेट उपाधि प्राप्त होने पर नेपाल राष्ट्र के महामहिम प्रथम राष्ट्रपति श्री राम बरण यादव, प्रथम उपराष्ट्रपति न्यायमूर्ति परमानन्द झा, पूर्व प्रधानमंत्री श्री माधव कुमार नेपाल, पूर्व प्रधानमंत्री लोकन्द्र बहादुर चन्द्र, पूर्व उप प्रधानमंत्री उपेन्द्र यादव, पूर्व उप प्रधानमंत्री विमलेन्द्र निधि, पूर्व उप प्रधानमंत्री श्री राजेन्द्र महतो, लोकसभा उपाध्यक्ष नेपाल, श्रीमती इन्द्रा राणा मगर, जापान के पूर्व राजदूत डॉ.विष्णू हरि नेपाल, कतर के पूर्व राजदूत श्यामानन्द सुमन, भारत के राजदूत डॉ.शंकर शर्मा, सॉउथ कोरिया के राजदूत डॉ.शिव माया, नेपाल सरकार के पूर्व मंत्री अब्दुल खान, श्री गणेश शाह, श्री मोतीलाल दूगड़, श्री अनिल कुमार झा, देवेन्द्र राज केन्डेल भूटान राष्ट्र के पूर्व केबिनेट मंत्री लोकनाथ शर्मा, पूर्व प्रधानमंत्री किम जेग दोरजी, पूर्व मंत्री कर्मा दोरजी, भूटान सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश दोसा रिनजिन पेन्जोर, भारत के महननीय व्यक्तियो ने बधाईयॉ देकर अपने अमृत संदेश में कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम्, ग्लोबल विल्लेज, सत्यम् शिवम्, सुन्दरम् कार्य योजना विश्व में आगे बढेगी।