डूंडलोद (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन के तहत 4 मार्च को द्वारिका पीठ गुजरात से शुरू हुई श्री कृष्ण रथ यात्रा का रविवार को डूंडलोद पहुंचने पर कस्बेवासियों द्वारा पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। डूंडलोद गढ़ के सामने आयोजित स्वागत समारोह में संयुक्त भारतीय धर्म संसद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य राजेश्वर ने श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन की पृष्ठभूमि से लेकर अब तक की परिस्थितियों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि द्वारिका से मथुरा तक निकाली गई यह पहली यात्रा 23 मार्च को मथुरा पहुंचेगी। इसके पश्चात देश के विभिन्न भागों से तीन रथ यात्रा और निकाली जाएगी, जो क्रमशः रामेश्वरम, जगन्नाथ पुरी एवं वैष्णो देवी से रवाना होकर मथुरा तक पहुंचेगी। इन यात्राओं का उद्देश्य इस आंदोलन के प्रति पूरे देश में जागरूकता पैदा कर लोगों को एकजुटता का संदेश देना है।आचार्य राजेश्वर ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा एवं हमारे धर्म स्थलों को बंधन मुक्त कराने के लिए सभी को एकजुट होकर तन, मन, धन से इस आंदोलन से जुड़ना होगा। सिद्धेश्वर आश्रम के महंत चेतन नाथ, नंदकिशोर दयालपुर, राम सिंह राजोरिया, गिरधारी इंदौरिया, प्रकाश गौड़ एवं लता शर्मा बतौर विशिष्ट अतिथि मंच पर उपस्थित थे। डॉ.भास्कर रावल ने स्वागत भाषण दिया। भाजपा नेता एवं नवलगढ़ गौ विधायक शंकर लाल शर्मा के नेतृत्व में सुभाषचंद्र भूत, सचिन सैनी, सीताराम सैनी, बसंत कनोडिया, सीताराम जीनगर, मदन स्वामी एवं राधेश्याम सैनी ने अतिथियों का सुमनमाल पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में उपस्थित मातृशक्ति ने भी संतोष शर्मा के नेतृत्व में अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन मुकेश पारीक ने किया। कार्यक्रम में डॉ.कैलाश परवाल द्वारा लिखित पुस्तक "श्रीकृष्णम" का भी वितरण किया गया। इस अवसर पर प्रद्युमन शर्मा, जय सिंह उदावत, लव कुमार, राम राय शर्मा, रामनाथ भास्कर, गंगाधर किलानिया, सहीराम कुमावत, हुसैन खान, गोकुल झुनझुनूवाला, संजय कुमार शर्मा, मांगीलाल उदावत, करण सिंह बडगूजर, सुरेश यादव, दिनेश मेड, ओम प्रकाश शर्मा, सुभाष छींपी, मनोज हुड्डा, गोविंद स्वामी, महेंद्र दादरवाल एवं मनीष कुमावत सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु और मातृशक्ति उपस्थित थी। समाजसेवी सुभाष चंद्र भूत के आवास पर भोजन ग्रहण कर श्री कृष्ण रथ यात्रा ने मुकुंदगढ़ के लिए प्रस्थान किया।
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