कोटपूतली (रमेश बंसल मुन्ना): नवगठित जिला कोटपूतली-बहरोड़ के जिला मुख्यालय कोटपूतली में जिला एवं सत्र न्यायालय एवं इसके समकक्ष न्यायालय खुलवाये जाने की मांग को लेकर जिला अभिभाषक संघ के तत्वाधान में नगर व्यापार महासंघ, विभिन्न व्यापारिक संगठनों, शिक्षण संस्थानों, सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं व जनप्रतिनिधियों के द्वारा बुधवार, 05 मार्च को बुलाया गया, कोटपूतली बंद पूर्ण रूप से सफल रहा। बंद का व्यापक असर कस्बा सहित आसपास के क्षेत्र के प्रमुख बाजारों, व्यावसायिक संस्थानों, व्यावसायिक परिसरों व शिक्षण संस्थानों पर देखने को मिला। बुधवार अल सुबह ही बड़ी संख्या में अधिवक्तागण कस्बे के बाजारों में उतर आये। जहाँ विभिन्न जगहों पर जाकर उन्होंने कुछ खुली हुई दुकानों को भी बंद करवाया। कुल मिलाकर बंद पूर्णतया: शांतिपूर्ण व सफल रहा। इसकी तैयारियों को लेकर पुलिस प्रशासन की व्यवस्थायें भी चाक-चौबंद थी। कोटपूतली बंद शांतिपूर्ण तरीके से निपट जाने पर पुलिस प्रशासन ने भी चैन की सांस ली। वहीं दुसरी ओर जिला अभिभाषक संघ व नगर व्यापार महासंघ के तत्वाधान में कस्बे के अग्रसेन तिराहा पर सर्वसमाज की विशाल आमसभा का आयोजन अभिभाषक संघ के अध्यक्ष एड.उदयसिंह तंवर की अध्यक्षता में हुआ। जहाँ बड़ी संख्या में वकीलों सहित व्यापार मण्डलों के प्रतिनिधियों, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं में सभा में भाग लेते हुये कोटपूतली में ही डीजे कोर्ट खुलवाने को लेकर आर-पार की लड़ाई की हुंकार भरी। सभा में भाग लेने वाले वक्ताओं ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय कोटपूतली-बहरोड़ को नवीन जिला गठित करते हुये गजट नोटिफिकेशन में यह घोषणा की गई थी कि कस्बे के निकट पनियाला-कालुहेड़ा में आवंटित जिला मुख्यालय की जमीन में स्थाई निर्माण होने तक जिला मुख्यालय कोटपूतली ही रहेगा। साथ ही सभी कार्यालय भी कोटपूतली में ही खोले जायेगें। इसके क्रम में यहाँ जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक, जिला रसद अधिकारी, जिला कोषालय, सीएमएचओ समेत सभी महत्वपूर्ण कार्यालय यहाँ खोल दिये गये है। जबकि डीजे कोर्ट के लिये सरकार ने पुरी तैयारी करते हुये कोटपूतली कस्बे में ही जगह भी चिन्हित कर ली थी। यही नहीं प्रस्तावित जिला मुख्यालय कालुहेड़ा-पनियाला के पास मिनी सचिवालय के साथ-साथ डीजे कोर्ट हेतु भूमि भी आवंटित की जा चुकी है। लेकिन इसको लेकर अब राजनैतिक षड्यंत्र रचा जा रहा है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सभा को सम्बोधित करते हुये पूर्व संसदीय सचिव रामस्वरूप कसाना ने कहा कि कोटपूतली के हितों के लिये हरसम्भव संघर्ष हेतु तत्पर है। यदि एक भी कार्यालय यहां से जायेगा तो आने वाले दिनों में इसका दुष्परिणाम भुगतना पड़ेगा। यह कतई बर्दाश्त से बाहर है। हम सबको एकजुटता के साथ इस लड़ाई को लडऩा होगा। भाजपा नेता मुकेश गोयल ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय क्या मजबुरी रही कि कोटपूतली के साथ बहरोड़ का नाम जोड़ दिया गया। लेकिन सीएम भजन लाल शर्मा के नेतृत्व वाली यह सरकार कोटपूतली के हितों के साथ पूर्णतया: न्याय करेगी। गोयल ने आश्वासन दिलाया कि इस संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करेगें। कल्याणपुरा कुहाड़ा सरपंच विक्रम छावड़ी ने अपने ओजस्वी भाषण से उक्त संघर्ष को तत्परता के साथ लडऩे की बात कही। इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता एड. रिछपाल सिंह चौधरी, अशोक कुमार सैनी, बजरंग लाल शर्मा प्रथम, सागरमल शर्मा समेत अन्य अधिवक्ताओं ने सम्बोधित करते हुये डीजे कोर्ट समेत जिला गठन के विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। धरने को व्यापार महासंघ के अध्यक्ष मैथली शरण बंसल, किराणा व्यापार समिति के हरिराम सैनी, सुभाष दवाईवाला, नवल खण्डेलवाल, धर्मपाल सोनी, मनोज गोयल, होशियार कसाना, किशन बंसल, रमेश सैनी, जितेन्द्र चौधरी, लालचन्द अग्रवाल, सुशील जिंदल, रामचन्द्र अग्रवाल, कैलाश कपड़ेवाला, रमेश जिंदल आदि ने सम्बोधित करते हुये पूर्णतया: सहयोग का आश्वासन दिया। संचालन युवा रेवॉल्युशन के अध्यक्ष एड.मनोज चौधरी ने किया। संघ के अध्यक्ष एड.उदयसिंह तंवर ने आभार व्यक्त करते हुये कहा कि जब तक कोटपूतली मुख्यालय पर डीजे कोर्ट नहीं खुल जाता, तब तक क्रमिक अनशन व भूख हड़ताल निरन्तर जारी रहेगी। इस दौरान सभी सैशन न्यायालय, सिविल एवं राजस्व न्यायालयों में सम्पूर्ण रूप से पेन डाउन हड़ताल भी रखी जायेगी। इस दौरान समस्त सैशन, सिविल व रेवन्यू कोर्ट में पेन डाउन हड़ताल के साथ-साथ न्यायिक कार्यो का बहिष्कार रहेगा। साथ ही एसडीएम, तहसील न्यायालय व सब रजिस्ट्रार कार्यालय में भी हड़ताल रखी जायेगी। यदि कोटपूतली के हितों के साथ खिलवाड़ होता है तो संघ एक बड़े आन्दोलन की रूपरेखा भी बनायेगा। वहीं प्रधान नेहा रावत, पूर्व चैयरमैन एड. महेन्द्र सैनी, जिला पार्षद मंजू रावत, वरिष्ठ भाजपा नेता शंकर लाल कसाना, समाजसेवी राधेश्याम शुक्लावास, सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष सचिन यादव, पूर्व पार्षद तारा पूतली, खड़ब सरपंच मालाराम गुर्जर, सरूण्ड सरपंच ज्योति मीणा, गोनेड़ा सरपंच देवेन्द्र गुर्जर, कंवरपुरा सरपंच जगदीश डीलर, पार्षद रामकरण सुद, नाहर सिंह पायला, रामबाई, राजेन्द्र मीणा, रिंकू देवी, उमेश आर्य, प्रेम जांगिड़, प्रमोद गुरूजी, हीरालाल पायला, सुबेदार जयसिंह रावत, पार्षद मनोज गोयल, शांति देवी, विष्णु सिंह, राकेश सैनी, अमाई सरपंच लीलाराम, पार्षद सोनू आर्य, जिला पार्षद किताब देवी, विराटनगर सरपंच संघ अध्यक्ष शीशराम दायमा, स्वच्छता सेवा दल के संयोजक प्रवीण बंसल, विजय कसाना, भीम आर्मी, श्री देवनारायण जनकल्याण संस्थान आदि ने भी अपना सहयोग व समर्थन दिया।
*मुख्यमंत्री व विधि मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन*
इस दौरान कोटपूतली के सर्वसमाज की ओर से एसडीएम बृजेश चौधरी को मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा व विधि मंत्री जोगाराम पटेल के नाम सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करते हुये ज्ञापन सौंपकर कोटपूतली में डीजे कोर्ट व अन्य महत्वपूर्ण कार्यालय खोलने की मांग की गई। साथ ही नवगठित जिले कोटपूतली-बहरोड़ में से बहरोड़ का नाम विलोपित किये जाने की मांग भी की गई। ताकि भविष्य में ऐसी कोई विवाद की स्थिति ना बने। इस दौरान उपाध्यक्ष रंजीत सिंह वर्मा, सचिव हेमन्त शर्मा, कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा, प्रवक्ता मुकेश यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता जितेन्द्र रावत, प्रभा अग्रवाल, दयाराम खटाना, राजेन्द्र रहीसा, महेश रहीसा, चेतराम रावत, वीरू कसाना, मुकेश चनेजा, सत्यवीर पायला, हजारी लाल यादव, राजेन्द्र चौधरी, नवीन जैफ, अरविन्द गुर्जर, ओमप्रकाश सैनी, विकास मीणा, विजय सैनी, सुदेश मीणा, हरिश चंद चतुर्वेदी, मधुसुदन अग्रवाल, ओमप्रकाश शर्मा, जयप्रकाश शर्मा, अमरसिंह पूनियां, अनिल गौड़, नीशू सैनी, सुरेश चंद गुर्जर, रमेश चंद वर्मा, बदलूराम जाट, शिवकुमार शर्मा, रूपेश सेहरा, गोविन्द रावत, हितेश यादव, विकास यादव, अंकित स्वामी, सुशील यादव, बिलाल अहमद, प्रदीप आर्य, रवि शर्मा, समर यादव, राकेश बडक़ोदिया, रणजीत मीणा, रविन्द्र यादव, भोजराज यादव, अशोक रहीसा, अविनाश तिवाड़ी, के के शर्मा, विवेक सिंह तंवर, दिलीप शर्मा, अवतार गुर्जर, रजनीश शर्मा, ज्योति शर्मा, अनिल मीणा, लालचन्द यादव, अशोक यादव, अभिषेक अग्रवाल, बी एस टेलर, पुरूषोत्तम बिदाणी, विजय कुमार शर्मा, नरेन्द्र सिंह शेखावत, इन्द्र बावता, योगेश सैनी, राजकुमार मण्डोवरा, अभिलाष मीणा, अमित शर्मा, अंजू राठौड़, भोलाराम गुर्जर, विवेक त्यागी, कैलाश गुर्जर, देवराज नारनौलिया, सी.पी. सैनी, सतीश सैनी, रवि शर्मा, मुकेश गुर्जर, महावीर गुर्जर, सुबेसिंह यादव, राजकमल बसीठा, महेश यादव, गजराज सिंह यादव, राहुल बंसल, किशन यादव, भूपेश वर्मा, मुकेश शर्मा, रवि चौहान, प्रदीप आर्य, बदलूराम चौधरी, सुभाष मीणा, अजय कुमार रोहिला, अनिल आर्य, राजेश सैनी, अनूप शर्मा, अशोक गुप्ता, के के गुर्जर, जनेन्द्र भारद्वाज, चतुर्भुज भारद्वाज, पंकज आर्य, रूपेश सेहरा, अजय कुमार, मनोज कुमार खाण्डा, मनोज पण्डित, विश्वेन्द्र सिंह श्ेाखावत, प्रेमचंद गुर्जर, सुभाष गुर्जर समेत बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे।