अलवर (मनीष अरोड़ा): देश की आजादी के आंदोलन में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान को अलवर में नमन किया गया। भारतीय स्वाधीनता संग्राम के अमर सेनानी शहीद भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरू का 94वां बलिदान दिवस समारोह जोशखरोश के साथ मनाया गया। कार्यक्रम को आकर्षक बनाने के लिये भगत सिंह चौराहे को रंग बिरंगे बैनर व झण्डों से सजाया गया। चौराहे पर प्रातः से ही देशभक्ति के गीतों ने माहौल को देशभक्ति से परिपूर्ण बना दिया। शहीद भगत सिंह बलिदान दिवस समारोह समिति के संयोजक जोगेन्द्र सिंह कोचर एवं सचिव प्रमोद मलिक ने बताया कि प्रातः 8 बजे भगत सिंह चौराहे पर बडी तादाद में समाज के सभी वर्गों के लोगों ने भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर आजादी के आन्दोलन में कुर्बानी देने वाले सभी शहीदों को नमन किया। इस अवसर पर कब्बाल हुकमचन्द रौनक एण्ड पार्टी ने ’’ऐसे माहौल पर इल्जाम लगाते क्यों हो, आग के शहर में बारूद बनाते क्यों हो’’ और ’’हमे इन्सानियत का दीप हर दिल में जलाना है, हमे इन मन्दिरों-मस्जिदों के झगड़ों को मिटाना है, मेरा भारत निराला है जमाने भर से ए अंजुम, हमें इस देश के हर एक मजहब को बचाना है’’ ’कह गये देश पर मरने वाले, यह वतन है तुम्हारे हवाले’ जैसे नगमे सुनाकर लोगों को झूमने के लिये मजबूर कर दिया।
शहीद भगत की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने वालों में मुख्य अतिथि के रूप में वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा, संरक्षक दौलत राम हजरती, दीवान चन्द सेतिया, अपना घर शालीमार के निदेशक अशोक सैनी, जिला कांग्रेस महासचिव हरिशंकर रावत, उद्योगपति शशांक झालानी, नगर परिषद आयुक्त जितेन्द्र नरूका, कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा, सुनील बिल्खा, डॉ.जीवन सिंह मानवी, वरिष्ठ पत्रकार राजेश रवि, रमेश जुनेजा, सूरजमल कर्दम, पुरूषोत्तम मिश्रा, रामचरण राग, दीपक पंडित, डॉ.सुमन बिल्खा, शिक्षाविद रेणु मिश्रा, मंजू शर्मा, राजगुप्ता, जले सिंह सहित अनेक प्रतिष्ठित एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।