अजीतगढ (जीएल टेलर/पवन शर्मा: अचरोल कस्बे के कुम्हारों के मौहल्ले की दो बेटियों का विवाह किन्नर सिमरन ने करवाया है, बिन मां बाप की बेटियों का कन्यादान व विवाह की सारी व्यवस्था सिमरन के द्वारा किया गया। स्व.कालूराम कुम्हार की मृत्यु 2013 में व माताजी स्व.कमली देवी की मृत्यु 2016 में हो जाने के कारण घर की स्थिती ठीक नही होने के कारण किन्नर गद्दीपत्ति मनोहरपुर शाहपुरा सिमरन ने दोनों बेटियों के विवाह की सारी जिम्मेदारी अपने ऊपर लेकर बुधवार को दोनों बेटियों का कन्यादान किया। स्व.कालूराम के चार लडकियों में से दो की शादी पूर्व में हो चुकी है। एक लडका, जिसका विवाह भी हो चुका।
घर की आर्थिक स्थिति ठीक नही होने के कारण दोनों बेटियों की शादी की व्यवस्था की जिम्मेदारी किन्नर सिमरन ने सम्भाली और माता-पित्ता की कमी महसूस तक नही होने दी। बारात की व्यवस्था से लेकर दोनों बेटियों के लिए सभी तरह का सामान, साडी, कपडे, गहने देकर, कन्यादान कर खुशी खुशी विदाई दी। सिमरन ने बताया बैटियों की शादी करवाकर बहुत शुकुन मिला है। सिमरन भावुक स्वभाव, धार्मिक आस्था से जुडी, धर्म कर्म में आगे रहने वाली, जिससे किसी की पीडा देखी नहीं जाती। जैसे ही कोई ऐसी जानकारी मिलती है, हमेशा आगे रहकर कार्य करती है। गौशालाओं में गायों, श्याम पदयात्रियों की सेवा, गरीब बेटियों के विवाह इत्यादि में हमेशा आगे रहती है।
*माता पिता की कमी नही हुई महसूस*
विवाह बंधन में बंधी बेटियों अनिता व किट्टू को माता पिता की कमी नही अखरी।