कोटपूतली : राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी पंच गौरव कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में वन विभाग, उद्योग विभाग, खेल विभाग, कृषि विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में जिले में पंच गौरव कार्यक्रम के लिये कार्ययोजना बनाने व योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये चर्चा की गई। जिला कलक्टर ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जिले के आर्थिक, पारिस्थितिकी और ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण एवं संवर्धन के उद्देश्य से पंच गौरव कार्यक्रम की घोषणा की गई है। जिसका उद्देश्य जिले की आर्थिक, पारिस्थितिकी एवं ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण और संवर्धन, स्थानीय शिल्प, उत्पाद, कला को संरक्षण प्रदान करना एवं उत्पादों की गुणवता, विपणन क्षमता में सुधार एवं निर्यात में वृद्धि करना, स्थानीय क्षमताओं का वर्धन कर जिलों में स्थानीय रोजगार को बढ़ाकर जिलों से प्रवास को रोकना, जिलों के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा विकसित करना, प्रमुख वनस्पति प्रजातियों का संरक्षण एवं इनके वैज्ञानिक व व्यावसायिक प्रयोगों को बढ़ावा देना, खेलों के विकास के माध्यम से स्वास्थ्य में सुधार, रोजगार तथा पहचान सृजित करना, ऐतिहासिक, धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों का संरक्षण करना एवं इन स्थलों पर वैश्विक स्तर की आधारभूत सुविधाएं विकसित करना एवं सभी जिलों में समान विकास को बढ़ावा देकर क्षेत्रीय विषमताओं/असंतुलन को कम करना है। इस हेतु संबंधित विभाग समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा की आपसी समन्वय से पंच गौरव योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा की वन, कृषि, उद्योग, पर्यटन और खेल विभाग आपसी तालमेल से कार्ययोजना बनाये। उन्होंने कहा की कार्य योजना में स्थानीय समुदायों को शामिल किया जायें, ताकि वे अपने जिले की विशेषताओं को पहचान सके। उन्होंने पंच गौरव कार्यक्रम के बारे में आमजन को जागरूक करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा की सोशल मीडिया एवं अन्य प्रचार माध्यमों के माध्यम से भी इस योजना को अधिकाधिक लोगों तक पहुँचाने की योजना बनाई जायें। बैठक में एडीएम ओमप्रकाश सहारण, ब्लॉक सांखियिकी अधिकारी बीएल बैरवा, खेल विभाग से धर्मवीर, संयुक्त निदेशक कृषि महेंद्र जैन, उद्योग विभाग से डीआईओ दिलखुश एवं कोषाधिकारी अशोक कुमार वर्मा सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।
*यह है जिले के पंच गौरव*
जिला कलक्टर ने बताया की जिले के पंच गौरव एक जिला एक उपज-गाजर, एक जिला एक उत्पाद-ऑटोमोबाइल पाट्र्स, एक जिला एक खेल-कुश्ती, एक जिला एक पर्यटन स्थल-बैराठ, एक जिला एक प्रजाति-गूगल के लिए कार्य योजना बनाने हेतु संबंधित विभागों व नोडल आयोजना विभाग के अधिकारियों को पंच गौरव के संरक्षण और संवर्धन के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने के लिए निर्देशित कर कहा की पंच गौरव के लिए विस्तृत रोड़मैप बनाया जाये।