जयपुर: राजस्थान की पिंकसिटी जयपुर में गुरुवार को श्री गोविंद देव जी मंदिर में फागोत्सव 2025 का भव्य आयोजन हुआ। हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में मंदिर परिसर भक्ति, संगीत और रंगों के रंग में रंग गया। इस आयोजन का नेतृत्व श्री श्याम सेवक परिवार समिति (रजि.), जयपुर ने किया, जिसके प्रमुख आयोजक सुरेन्द्र सिंह, सुमित्रा कँवर और भरत सिंह थे। इस आयोजन को सफल बनाने में केपी बालाजी ग्रुप का भी विशेष योगदान रहा।
*महापौर कुसुम यादव ने भी रंगों और भक्ति का लिया आनंद*
इस पावन अवसर पर जयपुर की महापौर कुसुम यादव भी विशेष रूप से उपस्थित रहीं। उन्होंने भक्तों के साथ फूलों की होली खेली और भजन संध्या में भाव-विभोर होकर भजनों का आनंद लिया। उन्होंने कहा, "फागोत्सव न केवल रंगों का बल्कि भक्ति और आध्यात्मिकता का पर्व है। यह आयोजन हमारी परंपरा और संस्कृति को जीवंत बनाता है और मैं इस पवित्र वातावरण का हिस्सा बनकर अभिभूत हूं।"
*चंग धमाल और फूलों की होली ने भक्तों को किया मंत्रमुग्ध*
फागोत्सव की शुरुआत पारंपरिक चंग धमाल से हुई, जहां लोक कलाकारों ने चंग, ढोलक और मंजीरे की मधुर धुनों पर शानदार प्रस्तुति दी। श्रद्धालु भी इस भक्तिमय संगीत पर झूम उठे। इसके बाद हुई फूलों की होली ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंदिर परिसर में गुलाब, गेंदा और अन्य सुगंधित फूलों की वर्षा की गई, जिससे पूरा वातावरण एक दिव्य उत्सव स्थल में बदल गया। इसके साथ ही इत्र वर्षा ने पूरे माहौल को और अधिक सुगंधित और पवित्र बना दिया, जिससे श्रद्धालु एक अलौकिक अनुभव से सराबोर हो गए।
*भजन संध्या में भक्ति की बही गंगा*
संध्या के समय आयोजित भजन संध्या में देशभर के प्रसिद्ध भजन गायकों ने अपनी प्रस्तुति दी। इन गायक कलाकारों में शामिल थे –
अंकुर तिवाड़ी (भरतपुर), मनीष गर्ग (घीवाला), रेहांश गर्ग (घीवाला), पंकज अग्रवाल, राजेन्द्र सैनी, मनीष शर्मा, शुभम आर्ट ग्रुप (जयपुर)। जैसे ही भजनों की गूंज उठी, श्रद्धालु झूमने लगे, तालियां बजाने लगे और भक्ति में मग्न हो गए। बैठे हुए भक्त भी उठकर नृत्य करने लगे और पूरा वातावरण भक्ति और आनंद के रंगों में सराबोर हो गया।
*श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय अनुभव*
फागोत्सव 2025 केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक यात्रा थी। इस आयोजन ने हर भक्त को प्रेम, आनंद और भक्ति से भर दिया।
श्री श्याम सेवक परिवार समिति (रजि.), जयपुर और केपी बालाजी ग्रुप के सहयोग से यह भव्य उत्सव जयपुरवासियों के लिए एक यादगार आयोजन बन गया। इस आयोजन के साथ ही, जयपुर में होली के उत्सव की शुरुआत हो गई है, जो आगामी दिनों में और भी रंगीन और भव्य रूप लेगी।