कोटपुतली : एक सामाजिक संस्था कबीर उत्थान समिति के दस्तावेज चोरी कर फर्जी दस्तावेज तैयार करते हुये धोखाधड़ी से कॉपरेटीव एक्ट के तहत समिति का नवीनीकरण कराये जाने का मामला सामने आया है। इस सम्बंध में न्यायालय के आदेश पर स्थानीय थाने में मामला दर्ज करवाया गया है। दर्ज रिपोर्ट के अनुसार कस्बे के मौहल्ला बड़ाबास निवासी समिति सचिव भगवान सहाय धानका ने दर्ज करवाया कि उनकी समिति राजस्थान सहकारी अधिनियम के तहत पंजीकृत है। कुछ लोगों ने समिति को क्षति व स्वयं को लाभ पहुँचाने के उद्धेश्य से समिति का रिकॉर्ड चोरी करते हुये षड्यंत्र रचकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिये। जिसके आधार पर समिति के सरकारी रिकॉर्ड में अपना नाम संधारित कराते हुये सहकारिता विभाग से समिति का नवीनीकरण भी करवा लिया। मामले में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार कोटपूतली निवासी बाबूलाल खर्रा पुत्र मातादीन धानका, ग्राम शुक्लावास निवासी सुरेश पुत्र मामराज, ललित कटारिया पुत्र जगराम मास्टर, अजीतपुरा निवासी हजारी लाल कटारिया पुत्र रामस्वरूप, बानसूर के बालावास, रतनपुरा निवासी अनीश पुत्र सुदेश मास्टर, ग्राम खरकड़ी निवासी संतलाल पुत्र रामकुंवार आदि के विरूद्ध चोरी, धोखाधड़ी, षड्यंत्र रचकर कुटरचित दस्तावेज तैयार करने के आरोप है। जिसमें न्यायालय के आदेश पर सम्बंधित धाराओं में स्थानीय थाने में मामला दर्ज किया गया है। रिपोर्ट में परिवादी भगवान सहाय ने बताया कि वह कबीर उत्थान समिति कोटपूतली के सचिव है, जो कि राजस्थान सोसायटी रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1958 के तहत एक पंजीकृत संस्था है। प्रार्थी 02 अक्टुबर 2024 से पूर्व उक्त समिति का सदस्य था। जिसे चुनाव प्रक्रिया के तहत सचिव नियुक्त किया गया। इसी दिन नई कार्यकारिणी का चुनाव भी हुआ। जिसके अध्यक्ष पद पर कैलाश चंद धानका, उपाध्यक्ष पद पर पूरणमल धानका, कोषाध्यक्ष पद पर बाबूलाल व सदस्य पद पर मुकेश, लक्ष्मण प्रसाद व महेश को नियुक्त किया गया। उक्त पदाधिकारियों का रिकॉर्ड सोसायटी की संस्था के रिकॉर्ड में संधारित करने के लिये जब सहकारिता विभाग में कागजात प्रस्तुत किये गये तो पता चला कि पहले से ही अध्यक्ष पद पर बाबूलाल खर्रा, सचिव पद पर सुरेश, कोषाध्यक्ष पद पर ललित कटारिया, उपाध्यक्ष पद पर हजारी लाल कटारिया एवं अनीश व संतलाल को कार्यकारिणी पदाधिकारी एवं सदस्य बताकर संस्था के रिकॉर्ड में संधारित करवा लिया गया है। रिपोर्ट में बताया कि उक्त लोगों ने संस्था को खुर्द बुर्द कर सदोष हानि पहँुचाने एवं स्वयं को सदोष लाभ पहुँचाने के उद्धेश्य से फर्जी दस्तावेज तैयार कर फर्जी कार्यवाही रजिस्टर तैयार करके अपने आप को पदाधिकारी व सदस्य बताकर संस्था के रिकॉर्ड में दर्ज करवा लिया। जबकि इनका संस्था से कोई तालुक नहीं है। जानकारी में यह भी सामने आया कि उक्त लोगों ने समिति की कैश बुक व एसएसओ आईडी को भी चुरा लिया। फिलहाल पुलिस सम्पूर्ण घटनाक्रम की जाँच कर रही है।
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