कोटपूतली : गुर्जर आरक्षण आन्दोलन व सामाजिक क्रांति के अग्रदूत कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के संकल्प अच्छी शिक्षा, अच्छा स्वास्थ्य, पढ़ी लिखी माँ व कर्ज मुक्त समाज का नारा धीरे-धीरे ही सही लेकिन गहराई के साथ गांव, ढ़ाणी तक के समाज में व्यापक बदलाव का सूचक साबित हो रहा है। जहाँ शिक्षा से समाज में बदलाव को लेकर केवल गुर्जर ही नहीं बल्कि अन्य समाजों में भी चेतना आती दिखाई दे रही है। इसी अच्छी शिक्षा के लक्ष्य की प्राप्ति के लिये गांव, ढ़ाणी से आने वाले गरीब विधार्थियों को अपनी परीक्षाओं की तैयारियों व अध्ययन में कोई समस्या ना हो, इसके लिये निकटवर्ती ग्राम टापरी के नवयुवकों ने एक पहल की है। उनके द्वारा गांव के बीचो बीच स्थित 20 फिट गहरे व 30 फिट चौड़े दो सार्वजनिक कमरों में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला सार्वजनिक पुस्तकालय एवं वाचनालय का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें टापरी के सरकारी कर्मचारियों द्वारा 03 लाख रूपयों के खर्च से शुरूआत में 30 सीटों की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा लाईबे्ररी में एसी के साथ-साथ इन्वर्टर व टॉयलेट की सुविधा भी दी जायेगी। साथ ही विधार्थियों के लिये दैनिक अखबारों के साथ-साथ विभिन्न पत्र-पत्रिकायें एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकें भी उपलब्ध करवाई जायेगी। ताकि ग्रामीण विधार्थियों को कोई समस्या ना हो एवं प्रतियोगी शिक्षा का माहौल विधार्थियों में बने। इस मुहिम से जुड़े सरकारी सेवाओं में अध्यापक ओमप्रकाश चनेजा ने बताया कि टापरी में लगभग 100 से अधिक सरकारी कार्मिक है, जो आरएएस, आरपीएस, पुलिस इंस्पेक्टर, व्याख्याता व सेना में कैप्टन जैसी पोस्ट पर पदस्थापित है।
*कर्नल बैंसला के शब्द बने प्रेरणा*
उन्होंने बताया कि कर्नल बैंसला ने कहा था कि आप मुझे मूर्तियों नहीं बल्कि पुस्तकालयों में ढुुढंऩा, उनके इसी वाक्य से प्रेरित होकर नवयुवकों द्वारा गरीब विधार्थियों के लिये गांव में शिक्षा का माहौल पैदा करने के लिये लाईब्रेरी का निर्माण करवाया जा रहा है। जिसके बाद तहसील व फिर जिला स्तर पर कर्नल बैंसला से प्रेरित होकर पुस्तकालयों का निर्माण कराना है। जल्द ही इस लाईबे्ररी को तैयार करवाकर प्रतिभागियों को सौंप दिया जायेगा। इसके संचालन के लिये एक समिति भी बनाई जा रही है। लाईब्रेरी का निर्माण सर्वसमाज के विधार्थियों के लिये करवाया जा रहा है। जिसके संचालन के साथ-साथ बिजली, पानी समेत अन्य खर्चा भी समिति के द्वारा ही वहन किया जायेगा।