जयपुर: सनातन धर्म का सबसे बड़ा पर्व महाकुंभ प्रयागराज में पिछले 13 दिनों से आयोजित है, जिसमें अब तक 10 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालु प्रयागराज संगम में डुबकी लगा चुके हैं। इन दिनों पूरे शहर को रोशनी से जगमगा दिया गया है। वहीं शहर में आगंतुकों की भीड़ से जहां शहर में हर जगह भीड़ और ट्रैफिक जाम की स्थिति देखी जा रही है, तो वहीं इन कठिनाइयों के बीच श्रद्धालुओं की इच्छा मेला स्थल में पहुंचकर पवित्र गंगा और संगम में श्रद्धा की डुबकी लगाकर अपने आराध्य को अपना तन, मन समर्पित करने की है। इस बीच इन श्रध्दालुओं की पेट की भूख और प्यास के साथ थकान को मिटाने अदाणी समूह ने बीड़ा उठाया है। अदाणी समूह ने विश्व के सबसे बड़े और सनातम धर्म के प्रचारक इस्कॉन के संयुक्त तत्वाधान में निःशुल्क भोजन प्रसाद वितरण का आयोजन किया है। जिसमें हर दिन सुबह 8:30 से रात 9 बजे तक निर्बाध लाखों श्रद्धालुओं को स्वादिष्ट और सात्विक भोजन प्रसाद परोसा जा रहा है। अदाणी और इस्कान समूह की इस जुगलबंदी ने पूरे मेला क्षेत्र में घूम घूमकर अब तक करोड़ों आगंतुकों को स्वादिष्ठ भोजन महाप्रसाद परोसा है। झारखंड के हज़ारी बाग के मुनेश्वर पांडे, सेवक राम और महाराष्ट्र राज्य से आए एक भक्त महावीर और रामदीन ने बताया कि वे कल ही मेला क्षेत्र में आए हैं और महा स्नान करके जाएँगे। अदाणी के माध्यम से हमारे खाने का अच्छा इंतज़ाम किया गया। भोजन पाकर हमें तृप्ति मिल गई है।
अब यदि बात लाखों लोगों के लिए इतनी बड़ी तादाद में भोजन को पकाने की क्षमता की करें, तो इसके लिए इस्कान समूह की लगभग 100 लोगों की टीम इस पूरे अभियान को अंजाम देती है। इस्कान के प्रवक्ता रामसेवक ने हमें बताया कि इस पूरी मुहिम में हमारी टीम आधी रात से ही लग जाती है क्यूंकि हमें सुबह 8:30 बजे से भोजन वितरण शुरू करना होता है। बड़े बड़े गंजों और कड़ाही में कई किलो महाप्रसादम तैयार करने के लिए जरूरी तैयारियों सहित कई प्रकार की सामग्रीयों को जुटाने की भी व्यवस्था की जाती है। इस दौरान साफ़ सफाई के साथ शुद्धता का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। हमारे महाप्रसाद तैयार करने की टीम से लेकर इसको वितरण करने की ज़िम्मेदारी सभी अनुभवी अधिकारियों के निगरानी में संपन्न की जाती है। हर दिन तीन तरह की सब्जी, दाल, चावल, रोटी सहित मिठाइयां भी परोसी जाती हैं।
यही नहीं अदाणी और इस्कान की भोजन वितरण स्थल में अभी हाल ही में अदाणी समूह के चेयरमैन सपरिवार महाकुंभ में पधारकर रसोई में भोजन बनाने एवं वितरण में शामिल हुए। इसके अलावा कई विशिष्ट अतिथि भी भोजन प्रसादम स्थल में पहुँचे और जायकेदार भोजन का लुत्फ उठाया। यह आयोजन महाकुंभ 2025 तक संचालित रहेगा, जिसमें कई करोड़ लोगो की भूख प्यास सहित थकान भी दूर होगी।