अलवर (मनीष अरोड़ा): सदर थाने में 35 साल से बतौर लांगरी (कुक) पूरे स्टाफ को खाना बनाकर खिलाने वाले तेज सिंह की बेटी की शादी में पुलिसकर्मी नाना और मामा बनकर पहुंचे। उन्होंने शादी में भात भरा। कुक की पत्नी ने अपने भातियों का स्वागत किया। लांगरी तेज सिंह के रिश्तेदारों और मौजूद सभी लोगों ने तालियां बजाकर पूरे पुलिस स्टाफ का स्वागत किया। यहां बता दे की पिता की मृत्यु के बाद बेसहारा तेज सिंह ने पिछले 35 वर्ष से सदर थाने में पूरे स्टाफ को अपना परिवार मानते हुए लांगरी की सेवाएं दी। थाने के लांगरी तेज सिंह ने खुश होते हुए बताया कि मैं जिंदगी भर इस पल को नहीं भूल सकूंगा। थाने के SHO साहब सहित समस्त स्टाफ मेरे घर परिवार के सदस्य बनकर भात भरने पहुंचे है, जिससे मुझे बड़ी खुशी मिली है। थानाधिकारी अरूण पूनिया ने बताया तेज सिंह थाने में कुक हैं। इसी थाने में 35 सालों से बड़े प्रेम से अपना परिवार समझ कर खाना खिलाया है। 8 दिन पहले तेज सिंह ने चैंबर में आकर अपनी बेटी की शादी का कार्ड दिया। शादी के दो दिन पहले तक वे थाने में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। पूरे स्टाफ ने मिलकर तय किया कि वे मायरा लेकर शादी में जाएंगे। बहन की बेटी की शादी में आवश्यक सहयोग करेंगे। वहीं महिला एस आई कुसुमलता ने कहा कि एक परिवार की तरह हम यहां मायरा भरने आए हैं।
दुल्हन आरती ने कहा मुझे खुशी है कि पापा ने जीवन भर अच्छे से काम किया है, जिसके चलते पिताजी का समस्त स्टाफ आज परिवार का हिस्सा बनकर भात भरने पधारे है। एसएचओ साहब मेरे नाना बनकर आए। इतना सब कुछ किया है। इसलिए खुशी है। दूसरे पुलिसकर्मी मामा बनकर आए हैं। मेरे परिवार में बहुत खुशी है। पहली बार घर पर पापा के थाने का पूरा स्टाफ आया है। उल्लेखनीय है कि जहां आमजन में पुलिस को एक सख्त छवि के रूप में देखा जाता है, वही अपने लांगरी की बेटी का परिवार बनकर समस्त थाना स्टाफ बिटिया का भात भरने जाना निश्चित ही एक मानवता की मिसाल है, साथ ही यह आमजन में पुलिस के एक मानवीय पहलू को भी दर्शाता है।