जयपुर (अलवर बीरु कुमार): विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा सरकार द्वारा घोषित शिक्षा नीति को लेकर चिंता जताई है। जूली ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि घोषित शिक्षा नीति से गरीब और कमजोर वर्ग के बच्चों को सबसे अधिक नुकसान होगा। प्रतिपक्ष के नेता जूली ने कहा, "भाजपा सरकार ने 1 साल में 450 स्कूलों को बंद कर दिया है, जो कि शिक्षा प्रणाली में सुधार, नवाचार एवं विस्तार करने की जगह है, दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे गरीब और कमजोर वर्ग के बच्चे शिक्षा से वंचित हो जायेंगे और उनका भविष्य अंधकारमय हो जायेगा।"
उन्होंने कहा कि "भाजपा सरकार का असली उद्देश्य शिक्षा को निजी हाथों में सौंपना है, जो कि RSS के एजेंडे के तहत है। वे गरीब और कमजोर वर्ग के बच्चों को शिक्षा के अधिकार से वंचित रखना चाहते हैं और आदर्श विद्या मंदिर स्कूलों को पुनः स्थापित करना चाहते हैं।" टीकाराम जूली ने भाजपा सरकार से अपील की है कि वे अपनी शिक्षा नीति को बदले और स्कूलों को बंद करने की जगह उन्हें सुधारने और उनके विस्तार पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि "गरीब और कमजोर वर्ग के बच्चों को शिक्षा के अधिकार से वंचित नहीं करके, हमें अपने देश की शिक्षा प्रणाली को सशक्त बनाने के लिए मिलकर काम करना होगा।"