अलवर: गीतानंद शिशु अस्पताल में 11 जनवरी को एएनएम के साथ की गई खींचतान और जान से मारने की धमकी देने के मामले में जिला अस्पताल के डॉक्टर से लेकर कर्मचारियों ने विरोध जताते हुए दोषी महिलाओं को गिरफ्तार करने की मांग की, वही पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। सामान्य अस्पताल में नर्सिंग कर्मियों और सामूहिक रूप से एकत्रित होकर 2 घंटे का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार प्रदर्शन किया। चिकित्सा कर्मियों का कहना था कि अगर रोजाना इस प्रकार से कोई भी आकर अस्पताल में खींचातानीं या मारपीट चिकित्सा कर्मियों के साथ करेगा और पुलिस उचित कार्यावाही नहीं करेगी तो चिकित्साकर्मी अपनी ड्यूटी किस प्रकार से कर पाएंगे।
गौरतलब है कि 11 जनवरी को भरतपुर की कैथवाड़ा निवासी एक महिला अस्पताल में जबरन घुसने का प्रयास कर रही थी गार्ड के रोकने पर वह जबरदस्ती घुसने लगी तब एएनएम शशि शर्मा ने कारण पूछा तो उस महिला ने एएनएम का कॉलर पड़कर उसको उदयपुर हत्याकांड जैसे हालात पैदा करने की धमकी दी। डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ ने मीटिंग कर महिला के खिलाफ मामला दर्ज करने की सहमति बनाई थी। चिकित्सा कर्मियो का कहना है कि इस प्रकरण में पुलिस ने उचित कार्यवाही नहीं की और लापरवाही बरती है। नर्सिंग एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष सियाराम मीणा और संघर्ष समिति के संयोजक हेमपाल सिंह जादौन ने बताया कि जब तक आरोपी महिला को गिरफ्तार कर राज्य कार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।