भीलवाड़ा (श्रीराम इंदौरिया): संगम यूनिवर्सिटी, भीलवाड़ा के संगम आईटीबीआई (टेक्नोलॉजी बिज़नेस इनक्यूबेटर) ने ईएसटीआईसी 2025 (ईमर्जिंग साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन कॉन्क्लेव) में भाग लिया, जो 3 से 5 नवम्बर 2025 तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित हुआ। यह कार्यक्रम विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रायोजित था, जिसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने एक लाख करोड़ के आरडीआई फण्ड की घोषणा की। संगम आईटीबीआई का प्रतिनिधित्व करते हुए डॉ.मनोज कुमावत प्रमुख अन्वेषक और राजस्व कौशिक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने देश भर के नवाचार और उद्यमिता को प्रदर्शित करने वाले इस राष्ट्रीय मंच में सहभागिता की। उनके साथ संवर्द्धित नवउद्यम उद्यमी राहुल जिंगर, अंकित डांगी और गर्वित चौहान ने भी अपने नवाचार प्रस्तुत किए और नीति-निर्माताओं, निवेशकों एवं अन्य उद्यमियों से संवाद किया।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के अंतर्गत समर्थित, संगम आईटीबीआई युवाओं को मार्गदर्शन, वित्त पोषण और नवप्रवर्तन संवर्द्धन सहायता प्रदान कर उन्हें विस्तार योग्य उद्यम बनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। संगम विश्वविद्यालय के कुलपति एवं संगम आईटीबीआई के अध्यक्ष प्रो.करूणेश सक्सेना ने कहा, ईएसटीआईसी 2025 जैसे मंच हमारे उद्यमियों को राष्ट्रीय स्तर के नवाचार से जुड़ने का अवसर प्रदान करते हैं और भीलवाड़ा जैसे छोटे शहरों से उभरते नवउद्यम पारितंत्र की क्षमता को प्रदर्शित करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे भारत सरकार की विभिन्न पहलों का लाभ उठाकर अपने नए विचारों को नवप्रवर्तन संवर्द्धन और वित्त पोषण के माध्यम से आगे बढ़ाएं। भीलवाड़ा के युवा अपने नवउद्यमो के लिए संगम विश्वविद्यालय द्वारा भारत सरकार की परियोजनाओं के लाभ के साथ नविन तकनीक तथा मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।