वाल्मीकि जयंती पर साहित्य परिषद द्वारा संगोष्ठी का हुआ आयोजन: बैठक कर कार्यकारिणी का किया गठन

AYUSH ANTIMA
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बहरोड़: अखिल भारतीय साहित्य परिषद इकाई बहरोड़ द्वारा महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर कंचन वाटिका में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता इकाई संरक्षक उमेश शर्मा द्वारा की गई। दीप प्रज्वलन व परिषद गीत के साथ प्रारंभ किए गए कार्यक्रम में "साहित्य के प्रथम प्रणेता-वाल्मीकि" विषय पर सभी साहित्यकारों ने अपने विचार रखे। किसी ने आदिकवि वाल्मीकि द्वारा रचित प्रथम महाकाव्य रामायण की वर्तमान परिवेश में प्रासंगिकता विषय पर प्रकाश डाला तो किसी के द्वारा डाकू रत्नाकर से महाकवि वाल्मीकि बनने तक की यात्रा मुक्तक के माध्यम से व्यक्त की गई। क्रौंच वध की वेदना से अनायास ही महर्षि के मुखारविंद से जो संस्कृत के शब्द श्लोक के रूप में स्फूरित हुए, वहीं से साहित्य का जन्म हुआ। साथ ही ब्रह्मा जी के आशीर्वाद से जो रामायण महाकाव्य उनके द्वारा लिखा गया उससे पुरुषार्थ के संदेश के साथ जन-जन का उद्धार हुआ है, जो आज के समय में भी हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। संगोष्ठी के उपरांत इकाई की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें जिला उपाध्यक्ष डॉ.अशोक मिश्र 'कोविद' द्वारा सत्र 2025- 2028 हेतु नवीन कार्यकारिणी की घोषणा की गई। जिसमें सर्वसम्मति से कमल नयन शर्मा को एक बार पुनः अध्यक्ष मनोनीत किया गया। महामंत्री का दायित्व डॉ.सविता गोस्वामी को दिया गया तथा कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी गोविंद शर्मा को सौंपी गई। संरक्षक के रूप में इकाई को पंडित सुरेश चंद्र मिश्र, डॉ.आशुतोष विमल, डॉ.राजशेखर यादव तथा पंडित अशोक बोहरा का सानिध्य प्राप्त होगा। साथ ही डॉ.नीलम यादव, वसंती यादव, कमलेश सोनी, अनिल अग्रवाल 'तेलवाला', प्रकाश शर्मा, कमल शास्त्री, संजय शर्मा, संगीता शर्मा, संजय हिंदुस्तानी, मुकेश शर्मा, धर्मेंद्र यादव, राजेश शर्मा, साधुराम एडवोकेट, तरुण शर्मा, नेहा जैन, डॉ.पीयूष गोस्वामी, नवीन शर्मा तथा अक्षय शर्मा को कार्यकारिणी में यथावत रखा गया।

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