राजस्थान में लंबे समय से लंबित आईएएस और पुलिस अधिकारियों के तबादलों को लेकर अब तेज़ हलचल देखी जा रही है। मुख्य सचिव सुधांश पंत अवकाश से लौटकर जयपुर पहुँच गए हैं, जिसके बाद शासन स्तर पर नई तबादला सूची को अंतिम रूप दिए जाने की चर्चा तेज़ हो गई है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस विभाग में एडीजी और डीजी स्तर के अधिकारियों के तबादले की सूची काफी समय से लंबित है। कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को इधर से उधर बदलने को लेकर मसौदा तैयार है, लेकिन शीर्ष स्तर से मंजूरी का इंतज़ार बना हुआ है। इसी तरह, आरएएस से आईएएस में पदोन्नत हुए अधिकारी भी नए पदस्थापन की प्रतीक्षा में हैं। इनमें से कई अधिकारी फिलहाल प्रतीक्षा सूची में हैं और सरकार से आदेश की राह देख रहे हैं। चर्चा है कि पदोन्नत अधिकारियों को जिला कलेक्टर भी बनाया जा सकता है । उधर डीआईपीर में किसको नियुक्त किया जाए, माथापच्ची जारी है। सीधी भर्ती के आईएएस के बजाय पदोन्नत आईएएस को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। इधर, राज्य शासन में कार्मिक विभाग के सचिव पद को लेकर भी मंथन जारी है। चर्चाओं में केंद्र में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी गायत्री राठौड़ का नाम है, जिन्हें कार्मिक सचिव की जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना जताई जा रही है। गायत्री एक कुशल प्रशासक और ईमानदार अधिकारियों में शुमार है, वहीं, प्रमुख शासन सचिव (कार्मिक) कृष्णकांत पाठक के दिल्ली जाने के बाद उनका स्थान भी रिक्त होने जा रहा है। पाठक की केंद्र सरकार के उर्वरक मंत्रालय में संयुक्त सचिव पद पर नियुक्त हुए 15 दिन से अधिक हो चुके हैं। उनके दिल्ली प्रस्थान के साथ ही कार्मिक विभाग गायत्री राठौड़ या दिनेश कुमार को नियुक्त किये जाने की चर्चा है ।
प्रशासनिक हलकों में माना जा रहा है कि मुख्य सचिव सुधांश पंत की वापसी के साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय और कार्मिक विभाग के बीच अहम बैठकें कभी भी शुरू हो सकती हैं। इन बैठकों में प्रशासनिक व पुलिस अफसरों के पदों में फेरबदल और जिला स्तर पर कुछ कलेक्टरों व एसपी के तबादलों पर भी निर्णय संभव है।