जयपुर (वसीम अकरम कुरेशी): सुन्नी दावते इस्लामी जयपुर का तीसरा ऑल राजस्थान सुन्नी इज्तेमा (अधिवेशन) करबला में देश, प्रदेश व शहर जयपुर में अमन-शांति और खुशहाली की दुआ के साथ संपन्न हुआ। वहीं अधिवेशन में शिक्षा की ओर अग्रसर रहने, बुराइयों पर अंकुश और हजरत मुहम्मद सल्ललाहु अलैहि वसल्लम के बताए गए सन्मार्ग के मुताबिक जीवन यापन का सभी ने संकल्प लिया। देर रात तक चले इज्तेमा में मुख्य अतिथि हजरत मौलाना मुहम्मद शाकिर अली नूरी, मौलाना मुफ्ती निजामुद्दीन, मौलाना सैय्यद अमीनुल कादरी, मौलाना सादिक रजवी, हाफिज अमीन रजवी इत्यादि ने विभिन्न सेशन में अपने विचार व्यक्त किए। मौलाना सैय्यद मुहम्मद कादरी ने अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि अपने खर्च में कमी करें और उस पैसे से गरीबों व यतीमों के लिए तालीम पर खर्च करें। हाफिज अल्लाह बख्श ने दीनों तब्लीग कैसे की जाए और मौलाना शाकिर अली नूरी साहब व सय्यद अमीनुल कादरी साहब ने इस्लाहे मुआशरा व इश्के रसूल पर अपने व्याख्यान दिए। अधिवेशन में महिलाओं के बैठने की विशेष व्यवस्था रही। वहीं इज्तेमा में हजरत सय्यद वाहिद हुसैन चिश्ती, मौलाना हाफिज अल्लाह बख्श, मौलाना अबुबकर, मौलाना सलीम अकबरी, मौलाना अंसारूल कादरी व मौलाना हाफिज मोइनुद्दीन रजवी के भी विशेष व्याख्यान हुए। मौलाना मुफ्ती अब्दुस्सत्तार रजवी की सरपरस्ती में आयोजित इस इज्तेमा की सदारत मौलाना कारी एहतराम आलम ने की तथा खुसूसी निगरानी आले रसूल अल्हाज मौलाना सैय्यद मुहम्मद कादरी साहब ने फरमाई। मौलाना सैय्यद मुहम्मद कादरी ने कहा-यह इज्तेमा सूफी विचार धाराओं औलिया अल्लाह ख्वाजा गरीब नवाज के मानने वालों का है। इसमें सूफी विचार व औलिया अल्लाह की सुफिज्म शिक्षा को बढ़ावा दिया गया।
*शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान*
खुसूसी दुआ और सलातो सलाम के साथ अधिवेशन का समापन हुआ। अधिवेशन में महाराष्टÑ, गुजरात, यूपी, दिल्ली सहित विभिन्न बड़े शहरों एवं राजस्थान के विभिन्न जिलों से इस्लामिक स्कॉलर्स शामिल हुए। वहीं उन्होंने ने दीन पर चलते हुए अपनी दुनिया संवारने पर बल दिया। वहीं तालीम पर ध्यान केंद्रित करने का उपस्थितजनों से आह्वान किया।