झुंझुनूं (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्रों में जन कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए 17 सितंबर से प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्रामीण सेवा शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को पंचायत समिति बुहाना की ग्राम पंचायत शाहपुर में आयोजित ग्रामीण सेवा शिविर एक ऐसी महिला के लिए वरदान साबित हुआ, जिसने अपने बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए कठिन परिस्थितियों में संघर्ष किया।
शाहपुर निवासी नीलम कुमारी, जिनके पति विजेंद्र कुमार का निधन मई 2022 में हो गया था, अपने दो बच्चों—अमन और चिंकी—के पालन-पोषण और शिक्षा के लिए आर्थिक तंगी से जूझ रही थीं। पढ़ी-लिखी नीलम अपनी मेहनत से बच्चों का भविष्य संवारना चाहती थीं, लेकिन पालनहार योजना का लाभ न मिल पाने के कारण उनकी राह में बाधाएं थीं। ग्रामीण सेवा शिविर में पहुंची नीलम ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रतिनिधि रविश कुमार, कनिष्ठ लेखाकार, को अपनी समस्या बताई। रविश कुमार ने तत्परता दिखाते हुए उनके दस्तावेजों की जांच की और नियमानुसार उसी समय सामाजिक सुरक्षा अधिकारी आशीष दहिया से संपर्क कर नीलम के आवेदन को स्वीकृत करवाया। इस त्वरित कार्रवाई से नीलम को पालनहार योजना की स्वीकृति प्राप्त हो गई, जिसने उनके चेहरे पर मुस्कान ला दी।
स्वीकृति आदेश प्राप्त होने पर नीलम कुमारी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, “यह मेरे और मेरे बच्चों के लिए नई उम्मीद की शुरुआत है। मैं राज्य सरकार और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की आभारी हूं, जिन्होंने मेरी मदद की।”