जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): स्वामी केशवानंद प्रौद्योगिकी संस्थान (एसकेआईटी) के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने आईईईई कंप्यूटर सोसाइटी और जीआरआरएएस सॉल्यूशंस प्रा. लिमिटेड के सहयोग से 6 से 11 अक्टूबर 2025 तक छ: दिवसीय प्रायोगिक कार्यशाला "एक्सप्लोरिंग देवऑप्स" आयोजन किया। इस कार्यशाला का उद्घाटन डॉ.विपिन जैन (हेड, आईटी) और डॉ.अनिल चौधरी (प्रोफेसर, आईटी) ने किया, जिन्होंने लिनक्स, ऑटोमेशन और सिस्टम इंटीग्रेशन के महत्व पर महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए। कार्यशाला का संचालन श्रीमती ऋतु शुक्ला (डिप्टी हेड, असिस्टेंट प्रोफेसर) और जगेंद्र सिंह चौधरी (असिस्टेंट प्रोफेसर) द्वारा किया गया, जिन्हें प्रवीण यादव (असिस्टेंट प्रोफेसर), श्रीमती शिखा श्रीवास्तव (असिस्टेंट प्रोफेसर), मनोज रमन (असिस्टेंट प्रोफेसर) जैसे फैकल्टी सदस्य और छात्र समन्वयक इमरान आलम, मानस कुमार झा, कनिका गुप्ता एवं बलराम चरनिया का सहयोग मिला। छह दिनों तक उद्योग विशेषज्ञ सुनील कुमार, पियूष और कुणाल परिहार ने छात्रों का मार्गदर्शन किया। 75 से अधिक छात्रों ने नेटफ्लिक्स प्रोजेक्ट की एक संपूर्ण प्रतिलिपि तैयार की और जेनकिंस, कुबेरनेट्स, सीआई/सीडी पाइपलाइन, डॉकर, गिट, गिटहब, क्लाउड ऑटोमेशन, लिनक्स, माइक्रो सर्विसेज, मोनिटरिंग टूल्स जैसे प्रोमेथियस और ग्राफाना, कॉन्फिगरेशन मैनेजमेंट, एगाइल प्रैक्टिसेज़, एन्सिबल, टेरेफ़ॉर्म और एडब्ल्यूएस पर तैनाती जैसी आधुनिक देवऑप्स तकनीकों का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया।
इस कार्यशाला में पियूष सिंगल, साक्षी करमचंदानी और हिमांशु स्वामी को सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागी के रूप में सम्मानित किया गया, जिनकी कुशलता और समर्पण ने उन्हें विशेष पहचान दिलाई।
वर्कशॉप सफलतापूर्वक संपन्न हुई, जो उभरती प्रौद्योगिकियों में उद्योग-केंद्रित शिक्षा और कौशल विकास के प्रति एसकेआईटी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।