जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): एमएसएमई विकास संस्थान में गूगल ओआरजी एशिया-प्रशांत साइबर सुरक्षा निधि परियोजना के तहत तीन दिवसीय साइबर सुरक्षा क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें फोर्टी वुमन विंग की प्रेसिडेंट नीलम मित्तल और सेक्रेटरी दीपिका अग्रवाल के साथ कट्स इंटरनेशनल महासचिव प्रदीप मेहता, एशिया फाउंडेशन की भारत प्रतिनिधि नंदिता बरुआ, एमएसएमई डीएफओ गिरीश कुमार, अनिला चौरडिया, रीको के महाप्रबंधक अतुल शर्मा के साथ 81 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसमें विशेषज्ञों ने बताया कि कैसे साइबर अपराध और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचा जाए। इसमें फर्जी बैंक कॉल, क्यूआर कोड, नकली वेबसाइट, मोबाइल एप के माध्यम से होने वाली धोखाधड़ी से बचने के तरीके बताए गए। वर्कशॉप में साइबर सुरक्षा के तकनीकी शब्दों और हेल्पलाइन के लिए ऑनलाइन पोर्टल की भी जानकारी दी। नीलम मित्तल का कहना है कि साइबर अपराधी नौकरीपेशा और उद्यमी महिलाओं को शिकार बनाते हैं, क्योंकि उनके बैंक अकाउंट में राशि होती है। इसलिए महिला उद्यमियों को साइबर अपराधियों और ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वालों से ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता है।
एमएसएमई विकास संस्थान में साइबर सुरक्षा पर वर्कशॉप फोर्टी वुमन विंग प्रेसिडेंट नीलम मित्तल और सचिव दीपिका अग्रवाल ने लिया भाग
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July 23, 2025
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