केंद्रीय पर्यावरण मंत्री एवं अलवर सांसद भूपेन्द्र यादव ने किया नीमराणा से हरियाणा सीमा तक सड़क का शिलान्यास

AYUSH ANTIMA
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कोटपूतली-बहरोड़ (श्रीराम इंदौरिया): केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री एवं अलवर सांसद भूपेन्द्र यादव रविवार को नीमराना के बावड़ी के पास आयोजित स्टेट हाईवे-111A (नीमराना से हरियाणा सीमा तक) सड़क के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। यादव ने सड़क शिलान्यास कर आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि नीमराणा में केंद्र सरकार द्वारा 50 करोड़ रुपये की लागत का स्वीकृत स्टेट हाईवे-111A रोड़ नीमराना से नाघोड़ी, घिलोठ, डाबड़वास चावण्डी, माँढ़ण, गिगलाना, रायसराना, बिघाना जाट एवं हरियाणा सीमा की कनेक्टिविटी को बेहतर करेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 2 सालों में करीब 270 किमी सड़क के लिए 270 करोड़ रुपए दिए हैं, जिनमें इस 48 किमी सड़क के लिए 50 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। यादव ने कहा कि मेरे यहां आने का मुख्य उद्देश्य नीमराणा की जनता को चुनावों में मेरा साथ देने के लिए धन्यवाद व आभार जताना था, यहां की जनता से मुझे बहुत ही मान और सम्मान मिला है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मानना है "सरकारी योजनाओं को सौ प्रतिशत पूरा कराना असली धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय है" और मैं इसी को पूरा करने का प्रयास कर रहा हूँ। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास एवं आने वाली पीढ़ी के लिए लाइब्रेरी एवं खेल के मैदान विषयों पर ग्रामीणों की चिंता होनी चाहिए, इस पर विचार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 'खेलो इंडिया' और जो 'फिट है वो हिट है' का नारा दिया एवं देशभर में खेलों के प्रति रुझान बढ़ाने के लिए खेल सांसद उत्सव कराने के लिए प्रोत्साहन दिया। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी में इस भावना को बढ़ाने के लिए हम सभी को साथ मिलकर आगे आना चाहिए। यादव ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र के साथ मिलकर केंद्र की योजनाओं को पूरा करने की सहमति दिखाई है। उन्होंने कहा कि मैने पिछले 1 साल में लोकसभा क्षेत्र में 383 से अधिक कार्यक्रम किए और लगभग 600 गांवों का दौरा किया एवं आमजन की समस्याओं के निस्तारण का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि पूर्वी राजस्थान की सबसे बड़ी जल समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री ने जन समस्याओं को समझा एवं केंद्र सरकार ने भी नदियों को जोड़ने के लिए विशेष समिति गठित की एवं प्रधानमंत्री ने पार्वती-काली सिंध-चंबल परियोजना को अनुमोदन दिया। राजस्थान और मध्यप्रदेश सरकार के समन्वय से केंद्र सरकार ने इस पर पूरा मार्गदर्शन दिया और इसी का परिणाम हुआ कि 28 जनवरी को दोनों राज्यो के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए और प्रधानमंत्री की उपस्थिति में 17 दिसंबर को दोनों राज्यो का एमओयू का आदान-प्रदान भी हुआ। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने राजस्थान सरकार की डीपीआर को स्वीकृति प्रदान कर दी है, इस पूरी परियोजना में कुल 4102 मिलियन क्यूबिक मीटर जल उपलब्ध होगा, जिसमें 522 क्यूबिक मीटर जल को पुन संशोधित करके रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि 300 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी अलवर, राजगढ़, रैनी, मालाखेड़ा, उमरैण के साथ-साथ हमारे क्षेत्र के जलाशयों में आएगा।

*किताब भेंटकर किया सम्मान*

कार्यक्रम के दौरान आयोजकों ने मंच पर किताब भेंटकर पर्यावरण मंत्री का अभिवादन किया गया। भेंट में आई किताब को मंत्री ने कार्यालय में रखने के निर्देश दिए। इस दौरान बहरोड़ विधायक डॉ.जसवंत यादव, जिला प्रमुख बलबीर सिंह छिल्लर, जिलाध्यक्ष महासिंह चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष उम्मेद भाया, प्रधान संतोष यादव, जिला क्रिकेट संघ अध्यक्ष मोहित यादव, जिला मंत्री सविता यादव, नेत्री अंजली यादव, मण्डल अध्यक्ष राकेश खंडेलवाल, मनीष यादव, जिला पार्षद वेदप्रकाश खबरी, जयप्रकाश झाबर, जनप्रतिनिधि इंद्र यादव, बलवान यादव, रमेश प्रधान, महेश टेलर, पिंटू चौधरी, नीलम यादव, जयभारत सोनी, दुर्गादत्त शर्मा, महेंद्र शर्मा सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे।

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