निवाई (लालचंद सैनी): सावण मास के पहले सोमवार को शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में स्थित शिवालयों मेंं धूमधाम से सहस्त्रघट का आयोजन हुआ। जिसके दौरान श्रद्धालुओं ने मंत्रोचारण के साथ हर-हर महादेव व ओम नम: शिवाय के जयकारों के साथ भगवान शिवजी का जलाभिषेक किया। मंत्रोचार व भगवान शिव के जयकारों से आस-पास का वातावरण गुंजायमान हो उठा। सोमवार को सुबह से ही इन्द्रदेव ने भगवान शिव का दिनभर जलाभिषेक किया। इस दौरान झिलाय रोड पर स्थित कृषि मण्डी में श्रीलक्ष्मीनारायण जी के मन्दिर, श्याम मंदिर सहित सभी शिवालयों में भगवान शिव का अभिषेक किया गया। इस अवसर पर धर्म जाग्रति संस्थान के तत्वावधान में आचार्य पूर्णानन्द महाराज के सानिध्य में मंदिर के शिवालय में दोपहर 1 से 5 बजे तक सहस्त्रघट का आयोजन हुआ, जिसमें श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। कृषि उपज मंडी में स्थित श्रीलक्ष्मीनारायण जी के मन्दिर पण्डित कैलाशचन्द शर्मा के सानिध्य में मंत्रोचारण के साथ सहस्त्रघट किया गया। सहस्त्रघट के आयोजन को लेकर शिव पंचायत, भगवान लक्ष्मीनारायण जी एवं हनुमानजी की आकर्षक झांकी सजाई गई एवं कई धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन करके भगवान शिवजी के जलशाभिषेक किया। इस दौरान कई विद्ववान पण्डितों द्वारा मंत्रोचरण के साथ कई अनुष्ठाानों का आयोजन किया गया। इस दौरान महाआरती करके प्रसादी वितरित की गई। इसी प्रकार मायला कुंड स्थित शिवालय, श्री गौरीशंकर महादेव मंदिर, हनुमान नगर स्थित अभयदाता हनुमान मंदिर, विश्व शांति परमहंस आश्रम, दादूदयाल आश्रम, कुंज बिहारी आश्रम, काला-गौरा भेरूजी महाराज आश्रम, श्रृंगी ऋषि आश्रम, रेलवे स्टेशन स्थित रामभरोसे आश्रम, शिवाजी कॉलोनी के टीलेश्वर महादेव मंदिर, रक्तांचल पर्वत पर स्थित किलेश्वर महादेव मंदिर व जमात में स्थित श्री मंशापूर्ण मंदिर के श्री शशिशंकर महादेवजी मंदिर में विद्वान पंडितों के सानिध्य में मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत सहस्त्र घट व जलधारा सहित कई धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। बालाजी मंडल अध्यक्ष जीवतराम यादव ने बताया कि सहस्त्र घट के आयोजन को लेकर मंदिर पुजारी पंडित पुरुषोत्तम शर्मा, जगदीश शर्मा, श्री मंशापूर्ण बालाजी मंदिर निर्माण समिति अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौहान, कोषाध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा, उपाध्यक्ष प्रेमचंद शर्मा, रामधन जाट, रामराय गुर्जर, दानवीर पारीक, शंभूदयाल, शशिकांत शर्मा व विजय शर्मा सहित सैकड़ो श्रद्धालु शिव जी के जलशाभिषेक करे विधिवत पूजा अर्चना करके खुशहाली की मनोकामना की।
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