अलवर (ब्यूरो): घुमंतू और अर्ध घुमंतु जातियों के कल्याण के लिए सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देने के तहत स्वाक्षी संस्था एवं कोरो इंडिया के संयुक्त तत्त्वधान में संस्था प्रेरक कविता ने अलवर जिले के बिसुता सपेरा बस्ती में ग्रासरूट कार्यक्रम के तहत घुमंतू परिवारों के साथ एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में घुमंतू परिवारों के लिए देय सरकारी सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कानून विशेषज्ञ आर के तिवाडी एवं अध्यक्षता संस्था सचिव शीशराम सहित संस्था प्रमुख मीनू पराशर और लगभग 120 ग्रामीण महिलाएं, पुरुष व बच्चों ने भाग लिया। ग्रामीणों ने कार्यक्रम की शुरूआत अपनी सामाजिक रीति रिवाज पूँगी, खटला बजाकर किया। सक्रिय समूह के सदस्यों के नेतृत्व में इस कार्यक्रम को आगे चलाये रखने एवं इनके अधिकारों को लेकर ज्ञापन देने व अधिकार लेने के लिए लडाई जारी रखने का तय किया जब तक हमेँ हमारे पूरी सुविधाएं नहीं मिल जाएं। यहां बता दे कि उमरैण के ग्राम बीजवाड़ क्षेत्र में रह रहे सपेरा जाति के परिवारों ने स्वयंसेवी संस्था को बताया कि उनके यहां अमृत जल योजना के तहत पाइपलाइन तो डाली जा चुकी है लेकिन पानी आज तक नहीं आया। वहीं कोई आंगनबाड़ी केंद्र भी क्षेत्र में मौजूद नहीं है, जिसके चलते उन्हें परेशानी आती है। इसके साथ ही बालकों के शिक्षण के लिए भी कोई सरकारी विद्यालय क्षेत्र में नहीं है, जिसके चलते उनके बच्चों को पढाने के लिए भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि अलवर में सपेरा परिवारों की लगभग 39 अलग-अलग बस्तियां, जिनको की विभिन्न प्रकार की समस्या जैसे पानी स्वस्थ आदि मुहैया नहीं हो पा रहे हैं, जिसके चलते उन्हें जानकारी देने के लिए ऐसे शिविरो का आयोजन स्वयंसेवी संस्थाओं के द्वारा किया जा रहा है।
घुमंतू और अर्ध घुमंतु जातियों के कल्याण के लिए सरकारी योजनाओं की स्वयंसेवी संस्था ने दी जानकारी
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June 30, 2025
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