नई दिल्ली (श्रीराम इंदौरिया): दिल्ली विश्वविद्यालय के सत्यवती कॉलेज में शनिवार को 53वां वार्षिकोत्सव समारोह भव्यता और उत्साह के साथ आयोजित किया गया। समारोह की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलगीत, सरस्वती वंदना और भरतनाट्यम की आकर्षक प्रस्तुति के साथ हुई, जिससे आयोजन का प्रारंभ सांस्कृतिक गरिमा के वातावरण में हुआ।
कॉलेज के प्राचार्य प्रो.सुभाष कुमार सिंह ने सभी विशिष्ट अतिथियों का स्वागत करते हुए वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने संस्थान की प्रगति, शैक्षणिक उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कॉलेज की निरंतर उन्नति हेतु अपने पूर्ण समर्पण की बात दोहराई। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एवं दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन ऑफ कॉलेजेज़ प्रो.बलराम पाणि ने छात्रों को संबोधित करते हुए “विद्या ददाति विनयम्” के शाश्वत सिद्धांत की व्याख्या की और जीवन में व्यावहारिक शिक्षा, अनुशासन एवं कर्मठता के महत्व को रेखांकित किया। गवर्निंग बॉडी की चेयरपर्सन प्रो.पामेला सिंगला ने कॉलेज की पचास वर्षों से अधिक की शैक्षिक यात्रा और विरासत का उल्लेख करते हुए विद्यार्थियों को आत्मविकास और उत्कृष्टता के लिए प्रेरित किया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में सफलता, आत्म संयम और जीवन की चुनौतियों पर विस्तार से विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि, "दुख की घड़ी में संयम आवश्यक होता है, किंतु सुख की घड़ी में उससे भी अधिक संयम की आवश्यकता होती है। सफलता को अहंकार का नहीं, आत्म सम्मान का प्रतीक बनाना चाहिए।" उन्होंने अपने जीवन के व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए बताया कि पिता श्री रामविलास पासवान के निधन के पश्चात कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए उन्होंने दृढ़ संकल्प, परिश्रम और समर्पण से पुनः अपने लक्ष्य प्राप्त किए और यह समर्पण अपनी माता को अर्पित किया। उनका यह भावपूर्ण वक्तव्य उपस्थित जनसमूह को भावविभोर कर गया। उन्होंने सत्यवती कॉलेज के प्रो.मुन्ना कुमार पाण्डेय के साथ अपनी दीर्घकालिक मित्रता का भी उल्लेख करते हुए उन्हें निष्काम मार्गदर्शक और सच्चा सहयोगी बताया। इस अवसर पर गवर्निंग बॉडी के कोषाध्यक्ष प्रो.अनुपम झा, शिक्षक संघ अध्यक्ष प्रो.मुन्ना कुमार पाण्डेय, सचिव डॉ.अनुपम सनी, स्टाफ काउंसिल सचिव डॉ.नितिन नवीन सहित बड़ी संख्या में शिक्षकगण, विद्यार्थी एवं गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
समारोह के दौरान विभिन्न शैक्षणिक, खेल एवं एनसीसी गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, पूर्ववर्ती शिक्षकों द्वारा स्थापित स्मृति पुरस्कार भी मेधावी छात्रों को प्रदान किए गए। इस वर्ष का वार्षिकोत्सव विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा, क्योंकि इस अवसर पर कॉलेज में अपनी सेवा के 25 वर्ष पूर्ण कर चुके शिक्षकों एवं गैर-शिक्षकीय कर्मचारियों को भी प्राचार्य प्रो.सिंह एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान द्वारा सम्मानित किया गया। सत्यवती कॉलेज का यह वार्षिक समारोह न केवल सांस्कृतिक विविधता और प्रेरक वक्तव्यों से समृद्ध रहा, बल्कि यह विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अतिथियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया।