झुंझुनू (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): भजनगढ़-बेरी क्षेत्र में सीमेंट फैक्ट्री के लिए प्रस्तावित रेललाइन को लेकर किसानों ने विरोध का बिगुल फूंक दिया है। गुरुवार शाम को क्षेत्र के किसानों की एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि बिना सहमति और उचित मुआवजे के वे अपनी जमीनें नहीं देंगे। बैठक में किसान नेता विजेंद्र सिंह काजला ने आरोप लगाया कि सरकार जबरन किसानों की जमीनों पर रेललाइन डाल रही है। उन्होंने कहा कि न तो किसानों से सलाह ली गई और न ही उन्हें न्यायोचित मुआवजा दिया जा रहा है। बसावा और दुर्जनपुरा गांवों में प्रशासन द्वारा दबाव बनाकर जमीनों की तारबंदी की जा रही है, जिससे किसानों में रोष व्याप्त है पार्षद खालिक लंगा ने सरकार की कार्यशैली को तानाशाही करार देते हुए कहा कि किसानों की अनदेखी कर उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है। किसान मनोज कुमार ने आरोप लगाया कि एक निजी सीमेंट कंपनी के फायदे के लिए किसानों के हितों की बलि दी जा रही है। रतन सिंह शेखावत ने बताया कि किसानों ने कई बार इस संबंध में ज्ञापन सौंपे हैं, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों को नजरअंदाज कर जबरन परियोजना को आगे बढ़ाया जा रहा है। बैठक में मौजूद किसानों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने शीघ्र ही उनकी मांगों पर विचार नहीं किया और उचित मुआवजा व सहमति की प्रक्रिया नहीं अपनाई, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। इस बैठक में रामनिवास, भूपसिंह गुर्जर, मेगाराम राड, मामराज मूंड, युसुफ लंगा सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे। किसानों ने एकजुटता दिखाते हुए अपने हक की लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया।
भजनगढ़-बेरी क्षेत्र में प्रस्तावित रेललाइन का किसानों ने किया विरोध
By -
June 27, 2025
0
Tags: