अलवर (ब्यूरो): राजस्थान सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री उस समय भावुक हो गए, जब वे टाइगर के हमले में मारे गए रेंजर के घर शोक संवेदना व्यक्त करने गए। रणथंभौर वन्य अभ्यारण्य क्षेत्र में एक के बाद एक दो हादसों ने वन विभाग को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। वन विभाग को कई और ऐसे इंतजामात करने होंगे, जिससे कि वन्य जीवों से आमजन को खतरा ना हो। वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा और डीग-कुम्हेर डॉ.शैलेश सिंह ने डीग जिले के ग्राम नारायणा कटता पहुंच रेंजर देवेंद्र चौधरी के असामयिक निधन पर शोकाकुल परिजनों को शोक संवेदना प्रकट की। इस दौरान जिला कलेक्टर डीग उत्सव कौशल मौजूद रहे। सवाईमाधोपुर के रणथंभौर में रविवार को टाइगर ने डीग के रहने वाले रेंजर देवेंद्र चौधरी पर हमला कर दिया। गांव नरायना कटता के देवेंद्र सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। दुःख की इस घड़ी में उनके परिवार को ढांढस बंधाने के लिए पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा और डीग-कुम्हेर विधायक शैलेश सिंह उनके घर पहुंचे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा इस हादसे को लेकर काफी संवेदनशील है। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार से परिवार को आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके साथ ही देवेंद्र की पत्नी को शिक्षा विभाग में नौकरी दिलाने के लिए पूरा प्रयास करेंगे। मृतक के परिवार ने बताया कि देवेंद्र अपने परिवार में अकेला कमाने वाला था। वह अपने पीछे बूढ़ी मां और पत्नी के साथ 4 साल की बेटी और डेढ़ साल का बेटा छोड़ गया है। इस दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद परिवार और गांव में दुःख का माहौल है। अमृता के मामा ने कहा कि कुछ दिन पहले भी एक ऐसी घटना रणथंभोर के टाइगर रिजर्व में हुई थी। उन्होंने कहा कि सरकार को वन विभाग के कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे।
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