निवाई (लालचंद सैनी): सकल दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में सन्त निवास नसिंया जैन मंदिर में आर्यिका रत्न आदिमति माताजी का नवां समाधि दिवस धूमधाम से मनाया गया, जिसमें समाज द्वारा आर्यिका आदिमति माताजी की विधिवत मंत्रोच्चार के साथ प्रतिमा स्थापित की। जैन धर्म प्रचारक विमल जौंला एवं सुनील भाणजा ने बताया कि आर्यिका श्रुतमति, सुबोधमति एवं आर्यिका विशेषमति माताजी के सानिध्य में पण्डित विधानाचार्य सुनील कुमार शास्त्री, मनीष गोधा फागी एवं अशोक भाणजा के निर्देशन में गाजे बाजे से नवीन वेदी में आर्यिका आदिमति माताजी की प्रतिमा स्थापित की गई। जिसमें मुर्ति पुण्यार्जक जय कुमार, सुनील कुमार, विनय कुमार, शिखर जैन व नवीन जैन चकवाडा़ को सोभाग्य मिला। इस दौरान वेदी पुण्यार्जक का सोभाग्य सुनील जैन पंसारी जयपुर को मिला। वेदी का पट खोलने का सोभाग्य विमल जैन, महेन्द्र जैन व सक्षम जैन उरसेवा को मिला। हितेश छाबड़ा ने बताया कि आदिमति माताजी के नवें समाधि दिवस पर 9 शांतिनाथ मण्डल विधान आयोजित किए गए, जिसमें सोधर्म इन्द्र बनने का सोभाग्य अशोक जैन कलकत्ता को प्राप्त हुआ। विधान की शुरुआत समाजसेवी दिनेश चंवरिया, महावीर प्रसाद पराणा, महेन्द्र चंवरिया एवं महावीर प्रसाद पहाड़ी ने भगवान शांतिनाथजी के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया। इस दौरान विधान में इन्द्र बनने का सोभाग्य महावीर प्रसाद पहाड़ी, राजेन्द्र बगड़ी, नेमीचंद सिरस, राजकुमार जैन फागी, कन्हैया लाल जैन, संजय जैन, माणक चन्द सेदरिया एवं अरुण लटुरिया को मिला। इस दौरान इन्द्र इन्द्राणियों ने भक्ति भाव से पूजा अर्चना की। विधान में श्रद्धालुओं ने 130 श्रीफल मण्डल पर चढ़ाकर जिन धर्म प्रभावना की। उन्होंने बताया कि समाधि दिवस के उपलक्ष्य पर प्रश्न मंच प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें विजेता प्रतिभागियों को मेड़ता गुरु भक्त परिवार एवं आशा जैन लटुरिया द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर महावीर प्रसाद पराणा, दिनेश चंवरिया, महेन्द्र चंवरिया, मोहित चंवरिया, शंभू कठमाणा, पारस जैन, राजेन्द्र जैन, सुनील जैन, त्रिलोक जैन, अतुल ठोलिया, मनीषा पहाड़ी, ममता जैन, सीमा जैन, इन्द्रा जैन, अमिता चंवरिया, अर्चना जैन, प्रियंका पराणा, शोभा जैन, सलोनी जैन, नीतू जैन, मंजू जैन रानी जैन व दीपा जैन सहित कई श्रद्धालु मौजूद थे।
3/related/default