सामाजिक न्याय के प्रेरणास्रोत फूले दंपती पर बनी फिल्म ‘फूले’ को झुंझुनूं में सर्वसमाज ने देखा एकजुट होकर

AYUSH ANTIMA
By -
0


झुंझुनूं (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): सामाजिक न्याय, समानता, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के प्रेरणास्रोत महात्मा ज्योतिबा फूले एवं माता सावित्रीबाई फूले के जीवन पर आधारित फिल्म ‘फूले’ का भव्य सामूहिक प्रदर्शन झुंझुनूं जिला मुख्यालय स्थित एमजी मॉल के डिशूम सिनेमा हॉल में आयोजित किया गया। यह विशेष शो भामाशाह सुनील सैनी उर्फ सुनील गिजावर के आर्थिक सहयोग से पूरे शो की बुकिंग द्वारा सम्पन्न हुआ, जिसमें सर्वसमाज के सैकड़ों लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत भंते विनयपाल बौद्ध (बुद्ध विहार, जय पहाड़ी) के सानिध्य में हुई। सर्वप्रथम महात्मा ज्योतिबा फूले एवं सावित्रीबाई फूले के चित्रों पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर नमन किया गया। फिल्म के माध्यम से उपस्थित जनसमूह ने फूले दंपती के संघर्ष, विचारधारा और सामाजिक सुधार के प्रयासों से प्रेरणा ग्रहण करते हुए समरस समाज के निर्माण का संदेश ग्रहण किया।

*निम्न महानुभाव रहे उपस्थित* 

इस अवसर पर भीम आर्मी जिलाध्यक्ष विकास आल्हा, माली सैनी समाज संस्था संरक्षक कमलचंद सैनी, पिलानी ब्लॉक अध्यक्ष देवकरण सैनी, फूले विचारक बाघसिंह तोमर, मीडिया प्रभारी नरेश सैनी, पवन आलडिया, प्रदीप चंदेल, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सतवीर बरवड़, पूर्व सरपंच बनवारी लाल गोठवाल (कासिमपुरा), बीएल बौद्ध, डॉ.मनीराम भाटिया, दिनदयाल सैनी, रतनलाल सैनी, बबली सैनी (महिला विंग जिलाध्यक्ष), वरिष्ठ अध्यापक सुशील सैनी, व्याख्याता घनश्याम सैनी (बड़ागांव), सुमेर सिंह सैनी, ओमप्रकाश सैनी, महेंद्र, योगेश, भवानी गुर्जर, मनोज (JTO), लोकेश, मंगेश, विकास (चिड़ावा), राकेश टिटनवार, कैलाश सैनी (PWD), सावित्री सैनी सहित अनेक बुद्धिजीवी व समाजसेवी मौजूद रहे। फिल्म ‘फूले’ ने न केवल दर्शकों को ऐतिहासिक सामाजिक क्रांति से रूबरू कराया, बल्कि उन्हें सामाजिक न्याय, समानता, शिक्षा और नारी सशक्तिकरण के प्रति नई जागरूकता और संकल्प से भी जोड़ा। यह आयोजन निश्चित रूप से सामाजिक बदलाव की दिशा में एक सार्थक कदम रहा।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!