कोटपूतली (रमेश बंसल मुन्ना): क्षेत्र के ग्राम गोपालपुरा में गुरूवार शाम लोन की किश्त वसूलने गये एक फाईनेंस कम्पनी के कर्मचारी पर की गई फायरिंग की घटना से क्षेत्र में सनसनी का माहौल है। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र के ग्राम टापरी निवासी राजेश (25) पुत्र महावीर प्रसाद गुर्जर जो कि बहरोड़ स्थित एक निजी फाईनेंस बैंक (आईडीएफसी) में लोन रिकवरी एजेंट के रूप में कार्यरत है। वह गुरूवार शाम करीब 05 बजे वह अपने एक साथी के साथ बाईक द्वारा निकटवर्ती ग्राम गोपालपुरा में एक जने की बकाया लोन की राशि वसूलने गया था। इसी दौरान उसकी लोन की किश्त ना देने पर बकाया कर्जदार से कहासूनी हो गई। इस दौरान बात इतनी बढ़ गई कि उक्त कर्मचारी पर बकायादार द्वारा अचानक बंदूक द्वारा फायरिंग कर दी गई। जिससे गोली युवक राजेश के बांये कंधे में जा लगी। गोली लगने से वह बुरी तरह से लहुलूहान होकर घायल हो गया। मौके से कुछ ग्रामीणों ने घायल युवक को उठाकर गंभीरावस्था में राजकीय बीडीएम जिला अस्पताल के ट्रौमा सैंटर में भर्ती करवाया गया। युवक की हालत गंभीर होने पर उसे तत्काल प्राथमिक उपचार देने के बाद हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ.महेश शर्मा की टीम ने ऑपरेशन थियेटर में लेकर युवक का ऑपरेशन किया। इस दौरान डॉ.महेश शर्मा समेत डॉ.सुरेन्द्र शर्मा, डॉ.एसपी मौर्य व नर्सिंग अधिकारी श्रीराम सराधना की टीम ने दो घण्टे की कड़ी मशक्कत कर घायल युवक के कंधे से गोली को बाहर निकाल कर उसकी जान बचा ली। घायल युवक की हालत स्थिर होने पर शुक्रवार सुबह उसे अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई। वहीं दुसरी ओर ग्राम टापरी निवासी प्रदेश कांग्रेस सचिव शीशराम गुर्जर ने राजकीय अस्पताल पहुँचकर घटना में घायल युवक राजेश के हाल चाल जाने। गुर्जर ने प्रैस को जानकारी देते हुये बताया कि इस सम्बंध में उन्होंने जिला कलक्टर को सूचना दी है। अगर सात दिनों के भीतर घटना के आरोपी नहीं पकड़े गये तो एक बड़ा जन आन्दोलन किया जायेगा। गुर्जर ने कानून का राज होने का दंभ भरने वाली भजन लाल सरकार में कानून व्यवस्था के बंटाधार होने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में अपराधियों का बोलबाला है। कोटपूतली-बहरोड़ जिले में पुलिस कुछ जाति विशेष वर्ग के लोगों को ही निशाना बनाकर कार्यवाही कर रही है। जबकि आम अपराध व अपराधी किस तरह व क्यों अपराध कर रहा है, इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर हथियार कहां से आ रहे है, इस बात की कभी कोई जाँच नहीं की गई। नौजवान युवकों व विधार्थियों को हथियार देकर अपराध के दल-दल में धकेलने वाले संगठित गिरोहों के विरूद्ध पुलिस की कोई कड़ी कार्यवाही नजर नहीं आती। आर्म्स एक्ट के मामलों में पुलिस केवल जिनके पास हथियार बरामद हो रहा है, उन्हें ही गिरफ्तार करके इतिश्री कर लेती है। इस बात का पता कभी नहीं लगाया जाता कि आखिरकार यह हथियार आ कहां से रहे है। गोपालपुरा गांव में एक सामान्य व्यक्ति के पास हथियार होना ना केवल कानून व्यवस्था को संदेह के कटघरे में खड़ा करता है, बल्कि जिले के पुलिस प्रशासन के मुंह पर अपराधियों का करारा तमाचा भी है। गुर्जर ने कहा कि पुलिस को योजना बनाकर अपराध व अपराधियों की कमर तोडऩे के लिये कार्य करना चाहिये। अगर जल्द ही इस दिशा में कोई मजबुत कदम नहीं उठाये गये तो कांग्रेस कार्यकर्ता आमजन को साथ लेकर बड़ा जन आन्दोलन करने पर मजबुर होगें।
*मुल्जिमों की तलाश में पुलिस ने रात भर दी दबिश*
वहीं दुसरी ओर घटना से क्षेत्र में डर व सनसनी का माहौल है। इसको लेकर डीएसपी राजेन्द्र बुरडक, एसएचओ राजेश शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम रात भर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये दबिश देती रही। पुलिस टीम ने घटना स्थल का मुआयना कर आरोपियों की तलाश गुरूवार शाम ही शुरू कर दी गई थी। पुलिस द्वारा मामले की बेहद सघनता व गंभीरता के साथ जाँच की जा रही है। शुरूआती जाँच में हमलावरों की पहचान नहीं हो सकी है। लेकिन फिलहाल कुछ सूत्रों ने घटना कारित करने वालों में आरोपित धन्ना वाल्मिकी आदि का नाम बताया है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज जाँच करने के साथ-साथ ग्रामीणों से गहनता से पुछताछ कर रही है। घटना से ग्राम गोपालपुरा समेत आसपास के ईलाके में दहशत का माहौल भी बन गया है। युवक पर किस बंदूक से फायरिंग की गई। फिलहाल यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है।