सीखी रेडियो प्रसारण की बारीकियाँ

AYUSH ANTIMA
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झुन्झुनू (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): कृषि शिक्षा को व्यवहारिक अनुभव से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, कृषि महाविद्यालय चांदगोठी (चूरू) के बी.एससी. (ऑनर्स) कृषि के 13 विद्यार्थियों ने 29 मई को झुंझुनूं स्थित एफएम 91.2 'झुंझुनूं की आवाज़' रेडियो स्टेशन का शैक्षणिक भ्रमण किया। यह दौरा स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर से संबद्ध महाविद्यालय के पाठ्यक्रम के अंतर्गत AGEXT-321 (शैक्षणिक भ्रमण) विषय के अंतर्गत आयोजित किया गया। इस टीम का नेतृत्व डॉ.जयपाल सिंह, व्याख्याता (कृषि प्रसार शिक्षा) ने किया। दौरे के दौरान छात्रों को बताया गया कि रेडियो कार्यक्रम की योजना, निर्माण और प्रसारण की प्रक्रिया किस प्रकार होती है। उन्होंने रेडियो जॉकी (RJ) की भूमिका, श्रोताओं से संवाद स्थापित करने की कला, गानों का चयन, स्क्रिप्टिंग, रिकॉर्डिंग, और लाइव कार्यक्रम संचालन जैसी तकनीकी जानकारियाँ प्राप्त कीं। रेडियो की तकनीकी टीम ने छात्रों को यह भी बताया कि किस प्रकार रेडियो, विशेषकर सामुदायिक रेडियो, ग्रामीण समाज में सूचना और जागरूकता का प्रभावशाली माध्यम बनता जा रहा है। छात्रों ने स्टूडियो में चल रहे लाइव शो को देखा, तकनीकी सवाल पूछे और पत्रकारिता से जुड़े कई पहलुओं पर चर्चा की। इस अवसर पर रेडियो स्टेशन के निदेशक राजेश अग्रवाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा:"इस तरह के शैक्षणिक भ्रमण युवाओं को न केवल ज्ञान प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें कृषि संचार और जनसंचार के क्षेत्र में करियर की नई दिशा भी दिखाते हैं।" डॉ.जयपाल सिंह ने भी रेडियो की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रेडियो के ज़रिए किसानों तक महत्वपूर्ण जानकारियाँ पहुँचाई जा सकती हैं, जिससे उनकी खेती की पद्धतियों और जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। छात्रों ने इस दौरे को बेहद प्रेरणादायक, ज्ञानवर्धक और रोचक बताया। उन्होंने साझा किया कि उन्होंने पहली बार जाना कि रेडियो प्रसारण के पीछे कितनी मेहनत, तैयारी और टीमवर्क शामिल होता है। दौरे के समापन पर महाविद्यालय प्रशासन की ओर से एफएम 91.2 की पूरी टीम का आभार व्यक्त किया गया। साथ ही यह अपेक्षा जताई गई कि भविष्य में भी ऐसे शैक्षणिक दौरे आयोजित होते रहेंगे ताकि विद्यार्थी कक्षा की पढ़ाई के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान भी अर्जित कर सकें।

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