अब ऑपरेशन सिंदूर के पराक्रम को भी दिखाया जाएगा ‘दोरासर सैन्य शक्ति स्मारक’ में

AYUSH ANTIMA
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झुंझुनूं (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का जवाब देने के लिए भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शौर्य गाथा को अब झुंझुनूं के दोरासर स्थित ‘सैन्य शक्ति स्मारक’ में शामिल किया जाएगा। इस संबंध में राजस्थान धरोहर प्राधिकरण अध्यक्ष (राज्यमंत्री) ओंकार सिंह लखावत द्वारा राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। गौरतलब है कि यहां 327 ई.पू. चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक, समुद्रगुप्त, हर्षवर्धन, राणा सांगा, वीर शिवाजी समेत आधुनिक युग में भारतीय सैनिकों व योद्धाओं द्वारा दिखाए गए शौर्य व पराक्रम को प्रदर्शित किया गया है। जिसे ‘अपडेट’ करते हुए अब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान दिखाई गई सरकार की इच्छाशक्ति व सैनिकों की शौर्य गाथा यहां प्रदर्शित की जाएगी। धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष लखावत ने शुक्रवार को यहां किए गए अपने दौरे के दौरान जिला कलक्टर रामावतार मीणा को इस संबंध में दिशा निर्देश दिए। अपने निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए लखावत ने कहा कि हमारी पूर्व की सरकार ने शौर्य उद्यान की कल्पना की थी। इसी दृष्टि से देश के अग्रणी जिलों में से एक झुंझुनूं का चयन किया गया था, अब इसे और अधिक आधुनिक रूप दिया जाएगा। शौर्य उद्यान में हमारी शौर्य गाथाएं ऑडियो-वीडियो, यानि कि इलेक्ट्रोनिक ढंग से प्रदर्शित की जाएंगी। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि यह वॉर मेमोरियल हर समय खुला रहे।


 *झुंझुनूं जिले के शहीदों की बनेगी अलग गैलरी* 


प्राधिकरण अध्यक्ष लखावत ने झुंझुनूं विधायक राजेंद्र भांबू, जिला कलक्टर रामावतार मीणा, जिलाध्यक्ष बनवारी लाल सैनी, धरोहर प्राधिकरण सीईओ रामरतन शर्मा समेत वास्तु व तकनीकी विशेषज्ञों से चर्चा करते हुए स्मारक में झुंझुनूं जिले के शहीदों की अलग गैलरी बनाने के भी निर्देश दिए। तकनीकी विशेषज्ञ आगामी दिवसों में झुंझुनूं रहकर ही विस्तृत कार्ययोजना तैयार करेंगे। लखावत ने वास्तुकारों के साथ चर्चा करते हुए विकास कार्यों के साथ भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को भी साथ में परिलक्षित करने पर बल दिया। इस दौरान एसडीएम हवाई सिंह यादव, पर्यटन विभाग के उपनिदेशक देवेंद्र चौधरी, जिला जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु सिंह, पूर्व सरपंच अर्जुन महला, मुकेश पातुसरी समेत विभिन्न अधिकारीगण व कार्यकर्ता मौजूद रहे। 


 *ये अपडेशन होंगे स्मारक में* 


* सैन्य शक्ति स्मारक के प्रांगण में एक स्तंभ निर्मित किया जाएगा, जिस पर शौर्य पुरुषों, सैन्य कर्मियों, शहीदों के नाम अंकित किए जाएंगे। 


* सेना के विभिन्न टैंक भी प्रदर्शित किए जाएंगे, इस संबंध में जिला कलेक्टर रामावतार मीणा सैन्य अधिकारियों को पत्र लिखेंगे।


* ऑडियो-विजुअल प्रजेंटेशन भी शुरु की जाएगी।


* जिले में विभिन्न स्थानों पर सैन्य शक्ति स्मारक से संबंधित संकेतक भी लगाए जाएंगे। 


* स्मारक में प्रवेश द्वार को अधिक आकर्षक बनाने समेत अन्य विकास कार्य भी करवाए जाएंगे।

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