अलवर (ब्यूरो): सरिस्का क्षेत्र में बन रहे एलिवेटेड रोड के विरोध में ग्रामीणों का गुस्सा अब आंदोलन में तब्दील होता दिख रहा है। भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले गुरुवार को एक बड़ी महासभा का आयोजन भर्तृहरि तिराहा स्थित प्रेमनाथ की बगीची में किया गया, जिसमें सरिस्का और थानागाजी क्षेत्र के सैकड़ों गांवों से ग्रामीण इकट्ठा हुए। इसी दौरान प्रशासन को 3 घंटे का टाइम दिया गया। 3 घंटे बाद भी प्रशासन के द्वारा कोई समस्या का हल नहीं हुआ तो बड़ी संख्या में लोग सभास्थल से कूच करते हुए सरिस्का के सदर गेट पर लोग पहुंचे, जहां उन्होंने धरना प्रदर्शन किया। दरअसल, ग्रामीणों की यह मांग है कि एलिवेटेड रोड़ केवल सरिस्का से थैंक्यू बोर्ड तक बनाई जाए, साथ ही सरिस्का का नाम बदलकर "भर्तहरि क्षीड़" रखा जाए। इसके अलावा भी ग्रामीणों की कई मांगे हैं, जो पूरी नहीं हो रही। उनके अनुसार इससे उनका रोजगार प्रभावित होगा और कई परिवार बेरोजगार हो जाएंगे। भारतीय किसान यूनियन के सदस्य जयकिशन गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि कुशालगढ़, माधोगढ़, भर्तृहरि, इन्दौक सहित कई गांवों में बाजार पूर्णतः आज बंद है। ग्रामीणों की मांग है कि एलिवेटेड रोड का निर्माण केवल सरिस्का से थैंक यू बोर्ड तक ही सीमित किया जाए। गौरतलब है कि नटनी का बारां से बन रहे एलिवेटेड रोड को तालवृक्ष होते हुए ले जाने की योजना है, जिससे दर्जनों गांव प्रभावित होंगे। इसे लेकर एलिवेटेड रोड संघर्ष समिति पहले ही गांव-गांव जाकर जनजागरूकता अभियान चला चुकी है। महासभा में कई प्रमुख मांगों को लेकर आंदोलन की रुपरेखा बनाई गई तो वहीं दूसरी मांग सरिस्का क्षेत्र में स्थित पांडुपोल हनुमान जी महाराज के दो पहिया वाहन बंद करने को लेकर भी श्रद्धालुओं में रोष है।
3/related/default