रास्ता खोलो अभियान: महज 8 दिनों में झुंझुनूं कलेक्टर ने खुलवाए 53 रास्ते

AYUSH ANTIMA
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झुंझुनूं (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): प्रदेश के किसानों और ग्रामीणों को राहत प्रदान करने के लिए राज्य सरकार मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की नई पहल 'रास्ता खोलो अभियान' के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। कई वर्षों और दशकों से बंद पड़े प्रचलित और कटानी रास्तों को खुलवाने के लिए 'रास्ता खोलो अभियान' झुंझुनूं जिलावासियों के लिए वरदान और राहत भरा साबित हो रहा है। जिला कलेक्टर रामावतार मीणा की प्रभावी मॉनिटरिंग, समझाइश और मजबूत प्रशासनिक अनुभव के चलते यह सब संभव हो पाया है। जिसके चलते जिले में महज 8 दिन में इस अभियान के तहत 53 रास्ते प्रशासन द्वारा खुलवाए गए, जिससे 15 हजार के करीब किसानों और ग्रामीणों को उनका रास्ता दिलाकर राहत प्रदान की गई है। इन बंद पड़े रास्तों के अभाव में कई दशकों से ग्रामीण और राहगीर परेशान थे। जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने बताया कि इससे पूर्व विगत 6 माह में नियमित तौर पर आने वाले परिवादियों के 200 से अधिक रास्तों को खुलवाया गया, जिसमें अनेक कानूनी एवं मौके पर सामने आने वाली समस्याओं से राजस्व अधिकारियों को जुझना पड़ रहा था। कदीमी रास्तों के अलावा जो रास्ते रिकॉर्ड में दर्ज नहीं थे हालांकि वे प्रकरण जटिल रहे। यह भी देखा गया कि रास्ता खुलवाने के बाद काश्तकार के द्वारा पुनः अतिक्रमण किया गया, जिन्हें भी फिर से खुलवाया गया। रास्ता खोलो अभियान के अंतर्गत जिला कलेक्टर ने इस सप्ताह भी 104 प्रकरणों को संबंधित उपखंड अधिकारियों व तहसीलदारों को भेजकर 15 दिन में समाधान करने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि अभियान के तहत जिले के सुलताना कस्बे की बाईपास से सिलारपुरी जाने वाले रास्ते की शिकायत जब जिला कलेक्टर रामावतार मीणा को प्राप्त हुई, तो उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए चिड़ावा तहसीलदार कमलदीप पूनियां को इस रास्ते को खुलवाने के लिए आदेश दिए और तुरन्त अतिक्रमण से मुक्त करने की कार्रवाई की गई। इसी तरह सुलताना के ही राकरा जोहड़ रास्ते को खुलवाने के लिए जिला कलक्टर ने चिड़ावा तहसीलदार कमलदीप पूनियां को निर्देशित कर रास्ता खुलवाया। वहीं जिले की खेतड़ी विधानसभा क्षेत्र के मेहाडा जाटुवास में परिवादी मुन्नी देवी ने बताया कि उनके घर के सामने से रास्ते को पिछले 2 वर्ष से बंद कर तारबंदी कर रखी थी, जिसके कारण उनके परिवार को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता था। जिसके लिए प्रशासन को शिकायत दर्ज कराई गई, तो प्रशासन ने जेसीबी मशीन चलवाकर रास्ते को चालू करवा दिया।

*सरपंच मनीषा यादव ने जताया आभार*
डाडा फतेहपुरा में पिछले 10 वर्षों से बंद रास्ते को खुलवाने पर सरपंच मनीषा यादव ने कहा कि पंचायत द्वारा काफी समय से इसकी शिकायत कर रखी थी, परन्तु कोई समाधान नहीं हुआ लेकिन अभियान के तहत यह कार्य हुआ। सरपंच मनीषा यादव ने इसके लिए सीएम भजन लाल शर्मा व जिला कलेक्टर रामावतार मीणा को धन्यवाद दिया। गौरतलब है कि रास्ता खोलो अभियान के तहत अब तक 53 के करीब परिवादों का निस्तारण कर 15 हजार किसानों और ग्रामीणों को रास्ता ना होने की परेशानी से मुक्त किया गया है।

*तहसीलवार विवरण*

जिले की 12 तहसीलों की बात करें तो सर्वाधिक 11 मामले नवलगढ़ पंचायत समिति के निस्तारित किए गए है। इनमें 3 सार्वजनिक रास्ते खुलवाए गए है। तो वहीं 8 व्यक्तिगत रास्तों को खुलवाने का काम प्रशासन ने किया है। इसके अलावा बुहाना व चिड़ावा में 7-7, खेतड़ी में 6, झुंझुनूं में 5, सूरजगढ़ व गुढ़ागौड़जी में 4-4, पिलानी, मलसीसर, बिसाऊ, उदयपुरवाटी में 2-2 और मंडावा में 1 सार्वजनिक, प्रचलित और व्यक्तिगत रास्ते खुलवाकर राहत प्रदान की गई है।

*जिला कलेक्टर से मिलने का समय*

जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने बताया कि जनसुनवाई के लिए मिलने का उनका समय औपचारिक तौर पर दोपहर 12 से 2  बजे तक का है, लेकिन इसके अलावा भी आवश्यक होने पर परिवादी किसी भी समय उनसे मिल सकते हैं। उनसे मिलने के लिए सबके लिए उनके रास्ते हमेशा खुले हैं।

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