श्रीडूंगरगढ़/बीकानेर (तोलाराम मारू): केंद्र सरकार के नए वित विधेयक में पेंशनरों के हितों पर कुठाराघात करने वाले प्रावधानों के खिलाफ अपने आक्रोश की अभिव्यक्ति हेतु तहसील के पेंशनरों ने पेंशनर्स भवन में एक बैठक का आयोजन रखा। सभी पेंशनरों द्वारा इस काले कानून की घोर भर्तसना की गयी। बैठक की अध्यक्षता बीकानेर जिला उपाध्यक्ष श्याम महर्षि ने की।आयोजित बैठक में अपने विचार रखते हुए उन्होने कहा कि यह काला कानून तो पेंशनर्स के लिये बड़ा झटका है, सरकार को इस वित विधेयक के प्रावधानों को पुनर्विचार कर वापिस लेने की आवश्यकता ही समाधान है। स्थानीय शाखा के मंत्री पेंशनर्स के हित के लिए सदैव संघर्ष करने वाले सत्यनारायण योगी ने भी कहा कि अगर केंद्र सरकार इस काले कानून को वापिस नहीं लेगी तो पूरे प्रदेश के पेंशनर्स को आंदोलनात्मक रूख अपनाने को मजबूर होना पड़ेगा। उन्होने यह भी कहा कि इस ज्ञापन को दिये जाने के बाद आगे चरणबद्ध तरीके से आंदोलन को बढाया जायेगा। उपाध्यक्ष सत्यदीप भोजक ने कहा कि वित विधेयक पेंशनरों को अपने हितों के विरूद्ध हुए काले फैसले के विरूद्ध सड़क पर उतरना होगा और आमरण अनशन पर उतरना होगा, पूर्व अध्यक्ष भंवर भोजक ने पेशनरों को एकजुटता रखने का आह्वान किया। अपने विचार रखते हुए डालूराम ने कहा कि पेंशनरों के हितों के विरूद्ध पारित विधेयक के विरोध पर हमारा मौलिक अधिकार है।इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी। बैठक समापन के उपरांत तय हुआ कि इस काले वित विधेयक के खिलाफ उपखंड अधिकारी को केंद्र सरकार तक पेंशनरों की आवाज पहुंचाने का ज्ञापन दिया जाये।सभी ने सर्वसम्मति से इसे स्वीकृति दी। उपखंड अधिकारी श्रीडूंगरगढ को ज्ञापन प्रस्तुत करने हेतु तय प्रतिनिधि मंडल में भंवर भोजक, दीपचंद, गोपीराम नाई, थानमल भाटी, भवानी शंकर स्वामी, रामनिवास पूनिया, डूंगर राम गोदारा, नारायण नाई, हरफूल सिंह, लक्ष्मीनारायण दर्जी, सीताराम स्वामी व सत्यदीप व अन्य पेंशनर्स शामिल रहे। उन्होने पेंशनर्स हित के खिलाफ विरोध प्रस्ताव ज्ञापन सौंपा।
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