एसकेआईटी में वेलनेस वीक का समापन – विद्यार्थियों को मिला संतुलित एवं सकारात्मक जीवन जीने का संदेश

AYUSH ANTIMA
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जयपुर (श्रीराम इंदौरिया): स्वामी केशवानंद इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट एंड ग्रामोथान, जयपुर (एसकेआईटी) में 8 अप्रैल से 12 अप्रैल 2025 तक आयोजित “वन वीक स्टूडेंट वेलनेस प्रोग्राम” ने विद्यार्थियों के जीवन में संतुलन और सकारात्मकता का संदेश दिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों के मानसिक, शारीरिक, सामाजिक और नैतिक विकास को बढ़ावा देना था, और इसे संस्थान के विभिन्न विभागों द्वारा संयुक्त रूप से सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इस सप्ताह भर चले कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को जीवन कौशल, स्वास्थ्य, आत्मविकास और सामाजिक जिम्मेदारियों से संबंधित गहन मार्गदर्शन प्रदान किया। इस दौरान आयोजित सत्रों में प्रमुख विषयों पर चर्चा की गई। पहला दिन: “जीवन कौशल और नैतिकता” पर श्री सुरजा राम मील ने विद्यार्थियों को नैतिक मूल्यों, अनुशासन और व्यवहार कुशलता की अहमियत समझाते हुए प्रेरणादायक उद्बोधन दिया। दूसरे दिन “योग और ध्यान के माध्यम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य” पर डॉ.अंचल उप्पल ने विद्यार्थियों को योग और ध्यान के अभ्यास के जरिए मानसिक शांति और एकाग्रता प्राप्त करने के तरीके बताए। तीसरे दिन “स्वस्थ आहार संबंधी आदतें” पर डॉ.नेहा अग्रवाल, इटरनल हॉस्पिटल, ने विद्यार्थियों को संतुलित आहार के महत्व को समझाया और बताया कि स्वस्थ आहार से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। चौथे दिन “मन पर नियंत्रण की कला” पर श्रीमान गिरधारी दास जी ने आत्म-नियंत्रण और सकारात्मक विचारों को अपनाने की प्रेरणा दी। पाँचवे दिन “मानव मूल्य और सामाजिक जिम्मेदारियाँ” पर प्रो.बी.के. शर्मा ने विद्यार्थियों को सामाजिक सद्भाव, कर्तव्यों और नैतिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक किया। इस आयोजन का समन्वय मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग, प्रबंधन अध्ययन विभाग और स्टूडेंट अफेयर्स सेल ने किया था और इसमें प्रो. (डॉ.) आशीष नैयर, डॉ.सविता चौधरी और डॉ.चंदन कुमार की सक्रिय भूमिका रही। कार्यक्रम के समापन पर प्रो. (डॉ.) आशीष नैयर ने सभी वक्ताओं, आयोजकों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी इसी प्रकार के छात्रहितकारी कार्यक्रमों के आयोजन की प्रतिबद्धता जताई। विद्यार्थियों ने इस सप्ताह को अपनी जीवनशैली में नवचेतना और आत्मविश्लेषण का स्त्रोत बताया, और इसे अपने जीवन के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव माना।

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