जयपुर (देशबंधु जोशी): राजस्थान विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग द्वारा कुलपति प्रोफेसर अल्पना कटेजा और विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उमा मित्तल के मार्गदर्शन में 22 मार्च, 2025 को मूल काउंसलिंग कौशल में प्रशिक्षण पर एक कार्यशाला आयोजित की गई थी। यह कार्यशाला डॉ.शिखा कासलीवाल द्वारा संचालित की गई थी, जो एक सलाहकार काउन्सलिंग मनोवैज्ञानिक हैं और परामर्श और प्रशिक्षण में 25 वर्षों से अधिक का अनुभव रखती हैं। इस कार्यशाला की समन्वयक डॉ.प्रेरणा पुरी ने कहा कि विभाग के एमए और पीजी डिप्लोमा इन काउंसलिंग कर रहे छात्रों-छात्राओं ने प्रशिक्षण में भाग लिया। उन्होंने कहा कि डॉ.कासलीवाल ने आज के तेजी से बदलते दुनिया में प्रोफेशनल साइकोलॉजिकल काउंसलिंग की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जहां जीवन की चुनौतियों से उबरने के लिए सामना करने और लचीलेपन की आवश्यकता है। डेमन्स्ट्रेशन, रोल-प्ले, इंटरएक्शन और अन्य गतिविधियों के माध्यम से कौशल में प्रशिक्षण दिया गया, ताकि परामर्शदाता काउंसलर्स आत्मविश्वास से पेशेवर परामर्श कर दूसरों की मदद कर सके। मनोविज्ञान विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर ओम प्रकाश शर्मा ने भी आज के युग में परामर्श की आवश्यकता पर बल दिया ।
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