झुंझुनूं (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): केशव आदर्श विद्या मंदिर में मंगलवार को आदर्श शिक्षण संस्थान (विद्या भारती) में चिंतन बैठक का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया। इस बैठक में विद्या भारती संस्थान, जयपुर के प्रांत मंत्री डॉ.बृजमोहन वर्मा व प्रांत सचिव लक्ष्मण सिंह राठौड़ का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इस बैठक में विद्या भारती के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बिंदुवार विश्लेषण किया गया। प्रान्त मंत्री ने बताया नई शिक्षा नीति 2020 के तहत आदर्श विद्या मंदिरों में किस प्रकार से लागू की जाए। जिससे शिक्षा को अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति को इसका लाभ प्राप्त हो सके। विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा किस प्रकार से प्रदान की जा सकती है, इस पर भी प्रकाश डाला। लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने बताया की शिशु वाटिका एवं फाउंडेशन स्तर के विकास के लिए कौन-कौनसी 12 व्यवस्थाएं, 8 सोपान, 14 क्रियाकलाप जिनको उपयोग में लेते हुए भैया बहनों की प्रारंभिक शिक्षा के स्तर को श्रेष्ठ किया जा सकता है। उन्होंने बताया आचार्य एवं प्रधानाचार्य के विकास के लिए उनका प्रशिक्षण और समय-समय पर उनका मार्गदर्शन, विकास और उनकी सार-संभाल करना स्थानीय समिति का पूर्ण दायित्व है। हमारा प्रधानाचार्य और आचार्य विद्यालय की धुरी है। यदि हमारे प्रधानाचार्य और आचार्य श्रेष्ठ होंगे तो हमारा विद्यालय भी श्रेष्ठ होगा। हमारा विद्यालय श्रेष्ठ होगा तो राष्ट्र के लिए सुयोग्य नागरिक का निर्माण कर सकेगा, जो राष्ट्र हित में कार्य कर सकेंगे। कार्यक्रम का संचालन केशव आदर्श विद्या मंदिर झुंझुनूं के प्रधानाचार्य राजेश शर्मा द्वारा किया गया। अधिकारियों का परिचय जिला व्यवस्थापक राजेंद्र कुमार गोयन द्वारा किया गया और कार्यक्रम का समापन एवं धन्यवाद प्रस्ताव जिला समिति के उपाध्यक्ष रामस्वरूप वर्मा द्वारा किया गया। इस बैठक में जिला समिति के कोषाध्यक्ष राम गोपाल कुमावत एवं विद्या भारती के द्वारा संचालित विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं स्थानीय समितियां के पदाधिकारी अधिकारी उपस्थित हुए।
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