बीकानेर : बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा ग्राम विकास एवं कार्य योजना चतुर्थ चरण यूएस आर विज़न आयोजन के तहत गोद लिए गांवों में शोभासर और कुम्हारन, बड़ी ढाणी में नशा मुक्ति शिविर का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो.अजय कुमार शर्मा ने कहा कि दृ़ढ इच्छा शक्ति के साथ नशा मुक्ति विशेषज्ञ एवं मनोरोग चिकित्सक से परामर्श कर नशा प्रवृत्ति का त्याग किया जा सकता है। नशा समाज के लिये घातक है, इसके खुद के स्वास्थ्य को नुकसान के साथ बच्चों पर बुरा असर पड़ता है। शराब की लत से समाज और परिवार में व्यक्ति के मान सम्मान को ठेस पहुंचती है। समाज में अधिकांश अपराध नशे के कारण हो रहे हैं। उन्होंने आमजन को जागरूक करने के साथ स्वयं को बुराइयों से दूर रहकर आदर्श समाज के निर्माण में योगदान देने का आव्हन किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ.अनु शर्मा एवं डॉ. प्रीति पारीक ने यह बताया गया कि युवा, विद्यार्थी अगर नशा मुक्त रहते हैं तो वो अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं, वह अपने परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को सफलतापूर्वक निर्वाह कर सकते हैं और जो आए दिन आप नशा पर बर्बाद कर रहे हैं वह अपने परिवार पर खर्च कर सकते हैं, जैसे अच्छे खानपान व पढ़ाई आदि। नशा छोड़ने पर भोजन का सही स्वाद मिलता है और इसमें शामिल पौष्टिक तत्वों का सही पाचन और अवशोषण होता है। इससे शरीर के विभिन्न अंग सक्रिय रहते हैं, जिससे रक्तसंचार सुव्यवस्थित रहता है।
बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गांवों में नशा मुक्ति शिविर का आयोजन
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March 10, 2025
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