निवाई (लालचंद सैनी): क्षेत्र में भूमाफियाओं के हौसले इस तरह बढ़ रहे हैं, जैसे उपखंड प्रशासन ने उनको मौन स्वीकृति दे रखी है। भूमाफियाओं द्वारा कृषि की जमीन पर लगातार अवैध काॅलोनिया काटी जा रही है, यहां तक ही भूमाफिया सीमित नहीं है, इससे भी आगे चरागाह भूमि पर भी अवैध रूप से काॅलोनियां काटने का काम कर रहे हैं। इसमें खास बात यह है कि इन भूमाफियाओं पर कार्यवाही क्यों नहीं हो पाती है ? राजस्व विभाग में साल में दो बार पटवारी द्वारा भूमि से संबंधित रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को दी जाती है, जिसे आम बोलचाल की भाषा में गश्त गिरदावरी कहते हैं। भूमाफियाओं पर कार्रवाई नहीं होने से लगता है कि उच्च अधिकारियों के पास भूमि की वास्तविक रिपोर्ट नहीं जा रही है अथवा उच्च अधिकारियों द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही है, कारण कुछ भी हो लेकिन इससे क्षेत्र में भूमाफिया बेखौफ होकर कृषि एवं चरागाह व सरकारी भूमि पर धड़ल्ले से अवैध काॅलोनियां काट रहे हैं। भूमाफियाओं पर कार्रवाई नहीं होने से भूमाफियां स्वयं को कानून से ऊपर समझने लगे हैं। भूमाफियाओं पर कार्यवाही नहीं होने से अधिकारियों की हठधर्मिता भी दिखाई दे रही है, भूमाफियाओं द्वारा चरागाह भूमि पर अवैध कॉलोनी काटकर अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं, चरागाह भूमि के खसरा नंबर 4178 है, यह भूमि कस्बा निवाई में स्थित है। भूमाफिया एक दूसरे को देखकर क्षेत्र में अवैध काॅलोनियां काटने की नकल कर रहे हैं, प्रशासन नाम का इनमें किसी प्रकार का खौफ नहीं है। उपखंड अधिकारी सुरेश कुमार हरसोलिया का कहना है कि ऐसे प्रकरणों में प्रशासन द्वारा 90 ए, 91, 177 की कार्यवाही की जाती है। चारागाह भूमि को अवैध तरीके से किसी के द्वारा उपयोग में लेने की जानकारी हमारे पास पटवारी एवं लोगों की शिकायत के द्वारा आती है, जानकारी के बाद उस पर कार्यवाही की जाती है।
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