झुंझुनू (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): बजट सत्र में पिलानी विधायक पितराम सिंह काला विधानसभा में बोलते हुए कहा कि इस बजट में पिलानी विधानसभा के लिए एक पैसे का भी प्रावधान नहीं किया गया। इससे लगता कि सरकार पिलानी विधानसभा को राजस्थान का हिस्सा नहीं मानती है। उन्होंने सिंधु घाटी सभ्यता का उदाहरण देते हुए कहा कि यदि पिलानी विधानसभा को पीने का पानी उपलब्ध नहीं करवाया गया तो इसके भी यही हालात होने वाले है व पिलानी जो विश्व में शिक्षा नगरी के नाम से विख्यात है, वह भी पानी के बिना अपना वजूद खोने की ओर अग्रसर है। जब सर्दी के मौसम में ही पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है तो आगामी गर्मी के मौसम में जो हालात होंगे, उनका अंदाज लगाया जा सकता है। पिलानी विधानसभा के आवाम के धैर्य व संयम की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। जब सर से ऊपर बात निकल जाती है तो आंदोलन का जन्म होता है और जन आंदोलन के आगे सरकार की चूले हिलती देखी गई है। उन्होंने सदन के आसन के माध्यम से आवाज उठाई कि विधायक कोटे से जो पैसा मिलता है, उसके प्रस्ताव उन्होंने केवल पेयजल को लेकर ही भिजवा रखे हैं लेकिन वित मंत्रालय ने आज तक उन प्रस्तावों को लेकर स्वीकृति प्रदान नहीं की है। पिछले बजट में जो सूखे कुएं थे, उनको रिचार्ज करने का प्रावधान था लेकिन दुर्भाग्य है पिलानी विधानसभा का कि आज तक एक भी कुएं को लेकर यह काम नहीं हुआ।
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