निवाई (लालचंद सैनी): सकल दिगंबर जैन समाज के तत्वावधान में श्री शान्तिनाथ दिगंबर जैन अग्रवाल मंदिर में आर्यिका श्रुतमति, सुबोधमति एवं विशेषमति माताजी के सानिध्य में अष्टानिका महापर्व पर सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं नंदीश्वर विधान की जिनार्चना की गई। जिसमें संगीतमय गाजे बाजे से मण्डल विधान की पूजा अर्चना की गई। विज्ञातीर्थ अध्यक्ष सुनील भाणजा एवं हितेश छाबडा ने बताया कि विधान में 1024 अर्ध्य समर्पित किए एवं विश्वशांति के लिये हवन करके विधान का समापन हुआ। विधानाचार्य सुरेश के शास्त्री, पंडित अशोक भाणजा के निर्देशन में सामूहिक अभिषेक एवं शांतिधारा का आयोजन किया गया। विधानाचार्य ने बताया कि अनुष्ठान में श्रद्धालुओं ने देव शास्त्र व गुरु की धूमधाम से पूजा अर्चना की। विमल जौला एवं विष्णु बोहरा ने बताया कि श्री शान्तिनाथ अग्रवाल जैन मंदिर में सोधर्म इन्द्र महेन्द्र कुमार चंवरिया, कुबेर इंद्र टिंकू भाणजा, शिखर माधोराजपुरा, सुशील आरामशीन व विमल जैन सहित कई श्रद्धालुओं ने विधान मण्डल में सिद्धों की आराधना करके मण्डप पर 1024 श्रीफल अर्ध्य समर्पित किए एवं नसिया मंदिर में भी नंदीश्वर विधान का समापन कर विश्व में शांति की मंगल कामना की एवं सकल दिगंबर जैन समाज निवाई के तत्वावधान में दिगंबर जैन अग्रवाल मंदिर में मुनि नीरज सागर महाराज ससंघ 4 पिच्छि का मंगल सुबह 9 बजे निवाई नगर में बैंड बाजों के साथ भव्य मंगल प्रवेश हुआ। इसके बाद मुनिश्री का मंगल प्रवचन हुआ। मुनिश्री ने बताया कि भक्ति ऐसी होनी चाहिए कि प्रभु और हमारे बीच में कोई दूसरा नही हो, हमारा ध्यान प्रभु की भक्ति में ही रहे। गुरुदेव ने बताया की रिश्ते चाहे कितने बुरे हो, कभी भी उन्हें मत तोडऩा क्योंकि पानी कितना भी गंदा क्यों ना हो, प्यास ना सही आग तो बुझाता ही है। इसलिए हमे सबके साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। इस अवसर पर महावीर प्रसाद जैन, प्रेमचंद जैन, विमल पहाड़ी, त्रिलोक रजवास, महावीर प्रसाद छाबड़ा, कमलेश जैन, मोहित चंवरिया, मुकेश बनेठा, सुशील, योगेंद्र सिंघल, हर्षित संघी, रिषभ कासलीवाल, बंटी कठमाणा, धर्मचंद जैन व प्रकाश जैन सहित कई श्रद्धालु मौजूद थे।
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