झुंझुनूं (राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला): प्रदेश के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की संवेदनशीलता एक बार फिर सामने आई। मंडावा के 37 वर्षीय मानसिक विमंदित मुस्तफ़ा शेख़ पिछले 15 वर्षों से बेड़ियों में जकड़े हुए थे। इस बात की ख़बर सीएम भजन लाल शर्मा तक पहुंची, तो उन्होंने तुरंत जिले के प्रभारी मंत्री एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री अविनाश गहलोत को मुस्तफा के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हुए राज्य सरकार की तरफ से उनके निशुल्क ईलाज करवाने के निर्देश दिए। जिसके बाद शुक्रवार को प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक डॉ.पवन पूनिया को मय टीम मौके पर भेजा। यहां उनको बेड़ियों से आजाद करवाकर एंबुलेंस के जरिए मनोचिकित्सालय जयपुर के लिए रवाना किया गया। इस मौके पर जिला जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु सिंह, बीएसएसओ निखिल कुमार, पूर्व सरपंच सज्जन पूनिया, मुस्तफा शेख के भांजे साहिल व अन्य परिवारजन, पड़ोसी, मीडिया कर्मियों समेत ग्रामीण भी मौजूद रहे।
*परिजनों ने जताया सीएम भजन लाल शर्मा व प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत का आभार*
मुस्तफ़ा को विभाग व आमजन के सहयोग से नहला धुलवाकर दाढ़ी-कटिंग बनवाकर जब एंबुलेंस के जरिए रवाना किया गया, तो मुस्तफा की बहन शाबिरा ने सीएम भजन लाल शर्मा व प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत का आभार जताते हुए उम्मीद जताई कि उसका भाई जल्दी स्वस्थ होकर वापस घर लौटेगा। गौरतलब है कि प्रभारी मंत्री गहलोत ने इससे पहले भी 'जंजीर से जीवन' अभियान के तहत जिले में केहरपुरा व इस्लामपुर में मानसिक विमंदित व्यक्तियों के राज्य सरकार द्वारा निशुल्क इलाज करवाने की व्यवस्था करवाई थी, जिनका इलाज अभी मनोचिकित्सालय जयपुर में चल रहा है। अभियान के तहत मानसिक विमंदित या अन्य किसी कारण से जंजीर में जकड़े हुए व्यक्तियों का राज्य सरकार द्वारा निशुल्क इलाज करवाया जा रहा है।